कोलकाता, 8 सितंबर (हि.स.)। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा से अलग होकर विपक्षी एकजुटता की कवायद में जुटे नीतीश कुमार के पक्ष में बड़ा ऐलान करते हुए पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष एकजुट होकर भाजपा को सबक सिखाएंगे।
गुरुवार को नेताजी इनडोर स्टेडियम में आयोजित पार्टी के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि 2024 में विपक्ष एकजुट होगा और भाजपा को सबक सिखाएंगे। उन्होंने नीतीश कुमार, हेमंत सोरेन सहित विपक्ष के अन्य नेताओं की एकजुटता की कोशिश की सराहना करते हुए कहा कि देश में माहौल बहुत खराब है। सभी को केंद्रीय जांच एजेंसियों के जरिए डराया जा रहा है। मेरे घर के दो साल के बच्चे को भी केंद्रीय जांच एजेंसी के दफ्तर जाना पड़ा।
ममता बनर्जी ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि उन्हें लगता है कि केंद्रीय जांच एजेंसियों से डरा कर विपक्ष को चुप करा देंगे। उन्हें लगता है कि हमारे नेताओं को जेल में डाल कर लोकसभा चुनाव की सीटें जीत लेंगे लेकिन ऐसा होगा नहीं। 2024 के लोकसभा चुनाव में सारा विपक्ष एकजुट होगा और इस बार भाजपा को सबक सिखाया जाएगा। ममता ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों के इस्तेमाल से कोई लाभ होने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा कि 2021 के बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा के ऊपर से लेकर नीचे स्तर तक के सभी नेताओं ने अपना पूरा जाेर लगा लिया था लेकिन बंगाल में उन्हें करारी शिकस्त मिली। इसी तरह से 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष एकजुट होकर इन्हें सबक सिखाएगा।
उल्लेखनीय है कि आगामी 25 सितंबर को हरियाणा के फतेहाबाद में विपक्ष की साझा रैली होनी है, जिसमें नीतीश कुमार के साथ फारूक अब्दुल्ला, मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव जैसे नेताओं ने शामिल होने की घोषणा पहले ही कर दी है। इधर, तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने बताया है कि ममता बनर्जी भी इस बैठक में शामिल होने वाली हैं। उसके पहले उनका इस तरह का बयान निश्चिततौर पर विपक्षी एकता को बल देने वाला है। खास बात यह है कि सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस 2021 के विधानसभा चुनाव के बाद सोशल मीडिया समेत अन्य प्लेटफार्म के जरिए ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर प्रमोट करने में भी जुटी है।