बेगूसराय, 08 सितम्बर (हि.स.)। भाजपा के फायर ब्रांड नेता, प्रखर राष्ट्रवादी, केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह गुरुवार को 70 वर्ष के हो गए। जिसको लेकर सुबह से ही गिरिराज सिंह को बधाई देने का तांता लगा हुआ है। देशभर के लोग बधाई देते हुए उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु जीवन की कामना कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन्मदिन की बधाई देते हुए स्वस्थ जीवन की कामना किया है। उन्होंने कहा है कि ऊर्जावान कैबिनेट सहयोगी गिरिराज सिंह भारत के गांवों को बदलने के लिए लगन से काम कर रहे हैं। वह लंबा और स्वस्थ जीवन जी सकता है। जिस पर गिरिराज सिंह ने आभार जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी का आशीर्वचन ही देशसेवा के लिए ऊर्जावान और समर्पित बने रहने का स्रोत है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, एस. जयशंकर सहित तमाम केंद्रीय मंत्री, राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा, भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल, विधानसभा परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सम्राट चौधरी, मीडिया सेल के प्रदेश संयोजक कुंदन कुमार सहित तमाम लोग बधाई दे रहे हैं। उनके संसदीय क्षेत्र बेगूसराय से हर ओर से बधाई दी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि गिरिराज सिंह का जन्म भले ही आठ सितम्बर 1952 को तत्कालीन मुंगेर जिला (अब लखीसराय) के बड़हिया में हुआ, लेकिन शिक्षा-दीक्षा के साथ राजनीति का पाठ भी बेगूसराय में ही पढ़ा। उनका ननिहाल बेगूसराय के मंझौल अनुमंडल स्थित सिउरी एवं फुआ का घर बलिया अनुमंडल के सदानंदपुर गांव में है। उस समय जब बड़हिया में अपराध चरम पर था तो उनके पिता ने गलत संगति से बचाए रखने के लिए गांव में प्राथमिक शिक्षा की शुरुआत के बाद ही उन्हें फुआ के घर सदानंदपुर भेज दिया।
कैलाशपति मिश्र से प्रेरित होकर भाजपा का झंडा उठा लिया और 1985 में पटना चले गए। संगठन ने युवा मोर्चा का दायित्व दिया तथा बेगूसराय, समस्तीपुर एवं खगडिय़ा का संगठन प्रभारी रहने के साथ 1990 में बिहार प्रदेश भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के महासचिव बने। गिरिराज सिंह अपनी राजनीतिक यात्रा में सबसे पहले 2002 में बिहार विधान परिषद के सदस्य बने तथा 2014 तक विधान पार्षद रहे। इस दौरान बिहार सरकार में 2008 से 2010 तक सहकारिता मंत्री तथा 2010 से 2013 तक पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री रहे।
2014 के लोकसभा चुनाव में पहली बार नवादा के सांसद चुने गए तथा पहली बार केन्द्र में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बने। 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने दिवंगत सांसद डॉ. भोला सिंह के उत्तराधिकारी के रूप गिरिराज सिंह को बेगूसराय लोकसभा चुनाव में उतरा। गिरिराज सिंह को हराने के लिए देश ही नहीं, विदेशी ताकतों ने भी काफी कोशिश की, इसके बावजूद हुए कन्हैया कुमार को चार लाख से अधिक वोट से हराकर सांसद बने तो पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन विभाग का मंत्रालय दिया गया। वहां बेहतर काम करने के बाद अब मोदी सरकार-2 में ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्रालय को ऊंचाई पर पहुंचा रहे हैं।
भाजयुमो में उनके साथ काम करने वाले भाजपा नेता और सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर कहते हैं कि गिरिराज सिंह की सेवा और संघर्ष का सरोकार बेगूसराय से ही रहा है, इसलिए बेगूसराय उनकी सिर्फ कर्मभूमि नहीं, बल्कि राजनीतिक जन्मभूमि भी है।