जयपुर, 8 सितंबर (हि.स.)। बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना विशेष एयरक्राफ्ट से दिल्ली से जयपुर पहुंच गई हैं। उनके साथ 140 सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल भी हैं। बांग्लादेश की पीएम का जयपुर एयरपोर्ट पर स्वागत किया गया। इस दौरान शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला, मुख्य सचिव ऊषा शर्मा, डीजीपी राजस्थान एमएल लाठर, जिला कलेक्टर सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। विशेष प्रोटोकॉल के तहत बांग्लादेश की पीएम को जयपुर से अजमेर के लिए रवाना किया गया। उनके साथ चालीस से अधिक सदस्य अजमेर के लिए रवाना हुए हैं।
इस दौरान बड़ी संख्या में एयरपोर्ट के बाहर वीवीआईपी गाड़ियां लगाई गई हैं। शेख हसीना सड़क मार्ग से अजमेर के लिए रवाना हुई हैं। अजमेर में जियारत करने के बाद वहीं पर लंच का कार्यक्रम हैं। शाम को करीब सवा छह बजे तक उनका अजमेर से जयपुर लौटने का कार्यक्रम हैं। जयपुर एयरपोर्ट से शेख हसीना विशेष विमान से ढाका के लिए रवाना होंगी। बताया जा रहा है कि उनके साथ आने वाले कुछ लोग जयपुर साइट भी कर सकते हैं। उनके लिए भी विशेष व्यवस्था की गई हैं।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह जियारत कर मखमली चादर और गुलाब के फूल पेश करेंगी। उनकी दरगाह जियारत के दौरान पारंपरिक रूप से सपासनामा पढ़ा जाएगा। उन्हें दरगाह का प्रतीक चिह्न भेंट किया जाएगा। उनकी यात्रा के दौरान कड़े सुरक्षा बंदोबस्त रहेंगे। घरों-दुकानों-मकानों की छतों-बॉलकानी पर लोगों के खड़े रहने पर पाबंदी रहेगी। हथियारबंद जवान निगरानी रखेंगे। शेख हसीना दरगाह परिसर में जियारत के दौरान कुछ नहीं खाएंगी। इसके लिए बांग्लादेश की पीएम की सुरक्षा में तैनात कमांडो-टीम ने विशेष हिदायत दी है। उन्हें दिया जाना वाला तबर्रुक भी सुरक्षा अधिकारी ही ग्रहण करेंगे।
दरगाह कमेटी के उपाध्यक्ष मुनव्वर चिश्ती बांग्लादेश की पीएम का पारंपरिक राजस्थान चुनरी ओढ़ाकर इस्तकबाल करेंगे, साथ ही तबर्रुक भेंट करेंगे। दरगाह दीवान जैनुअल आबेदीन और उनके पुत्र सैयद नसीरुद्दीन भी शेख हसीना को चुनरी ओढ़ाकर स्मृति चिह्न भेंट करेंगे। अंजुमन सैयद जादगान के सदर सैयद गुलाम किबरिया चिश्ती, सचिव सरवर चिश्ती उनका शॉल ओढ़ाकर इस्तकबाल करेंगे। हफ्त बारीदारान के सरगना तथा अंजुमन शेख जादगान के सदर सुबहान चिश्ती व अन्य स्वागत करेंगे।
जिला प्रशासन-पुलिस और खुफिया एजेंसी ने दरगाह को खाली खाली करा दिया है। दरगाह बाजार सहित परिसर में फूलों-चादरों की दुकानें बंद कराई जा रही है। जायरीन की आवाजाही रोक दी गई है। दोपहर दो बजे तक पासधारकों के अलावा किसी को भी दरगाह में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। आस्ताना शरीफ में भी एक घंटे तक किसी को प्रवेश नहीं मिलेगा।