आरबीआई के गवर्नर ने कहा- हमारी बैंकिंग प्रणाली पूरी तरह सक्षम
नई दिल्ली/मुंबई, 05 सितंबर (हि.स)। देश की अर्थव्यवस्था को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बड़ी बात कही है। दास ने कहा कि भारत को व्यापक रूप से 2022 में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में माना गया है, जबकि अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं सही मायने में विकास की गति में कमी का सामना कर रही है।
शक्तिकांत दास ने सोमवार को यहां एक कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व प्रमुख के भाषण से पैदा हो रही बाहरी नकारात्मक चुनौतियों से मुकाबला करने के लिए हमारी बैंकिंग प्रणाली पूरी तरह सक्षम है। दास ने कहा कि अपनी बैंकिंग प्रणाली को सशक्त करने के लिए उठाए गए प्रयासों से भारत इन बाहरी झटकों का मजबूती से सामना करने की स्थिति में है। उन्होंने कहा कि 26 अगस्त की स्थिति के अनुसार भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 561 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, जो बाहरी झटकों को रोकने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि आरबीआई और सरकार सॉवरेन हरित बॉन्ड जारी करने की दिशा में काम कर रहे हैं।
आरबीआई गवर्नर ने महंगाई के मोर्चे पर अच्छे दिन आने का अनुमान जताते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी छमाही से कीमतों में नरमी आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि चौथी तिमाही से कीमतों में गिरावट ज्यादा तेज हो सकती है। रुपये की गिरती सेहत के बारे में दास ने कहा कि रुपये को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अधिक उतार-चढ़ाव से बचाने के लिए रिजर्व बैंक लगातार मौजूद है, ताकि इसे एक अपेक्षित स्तर पर बनाये रखा जाए। दास ने कहा कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में सिर्फ 4.5 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि दुनिया की अन्य मुद्राओं में कहीं ज्यादा गिरावट दर्ज हुई है।