नई दिल्ली, 05 सितंबर (हि.स.)। पाकिस्तान से भारत के बारे में दुष्प्रचार करने के लिए क्रिकेट का इस्तेमाल लगातार होता आया है। क्रिकेट के बहाने सोशल मीडिया पर दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाया जाता रहा है। इस बार निशाने पर क्रिकेटर अर्शदीप सिंह हैं, जिनके नाम पर पाकिस्तान से जारी घृणा अभियान का खुलासा हुआ है, जिसे केन्द्रीय मंत्री साझा किया है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने विकीपीडिया अधिकारियों को तलब कर पूछा है कि क्रिकेटर अर्शदीप सिंह के पेज को खालिस्तान से जोड़ने के लिए कैसे उसके पेज को संपादित किया गया था।
राजीव चन्द्रशेखर ने ट्वीट कर कहा कि भारत में कोई भी मध्यस्थ संचालन इस प्रकार की गलत सूचना और उकसाने के लिए जानबूझकर किए गए प्रयासों की अनुमति नहीं दे सकता। यह सुरक्षित और विश्वसनीय इंटरनेट की हमारी सरकार की अपेक्षा का उल्लंघन करता है।
चन्द्रशेखर ने ट्वीट के साथ कुछ स्क्रीन शॉट भी लगाए हैं। इनमें साफ दिखाई दे रहा है कि पाकिस्तान से संचालित किसी हैंडल के जरिए विकीपीडिया पेज को संपादित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि भारत रविवार को पाकिस्तान से पांच विकेट से हार गया था। मैच के दौरान अर्शदीप सिंह ने एक महत्वपूर्ण कैच छोड़ दिया था। इसके बाद पाकिस्तान समर्थित फर्जी ट्वीटर आईडी से उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया गया। इसी के चलते वह भारत में भी कुछ लोगों के निशाने पर आ गए और ट्रोल होने लगे।
इसी बीच अर्शदीप सिंह के ऑनलाइन जानकारी से जुड़ी वेबसाइट विकीपीडिया को एक अज्ञात व्यक्ति ने एडिट किया। इसके बाद उसमें भारत के स्थान पर खालिस्तान शब्द का प्रयोग कर दिया। हालांकि बदलाव करने के कुछ ही समय बाद पेज को फिर से पूर्ववत कर दिया गया।
भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि विकीपीडिया को एक कड़ा संदेश दिया जाना चाहिए ताकि वह पाकिस्तानी एजेंसियों को भारत में घृणा अभियान चलाने के लिए अपने मंच का उपयोग न करने दे।