नई दिल्ली, 02 सितंबर (हि.स.)। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (ईडीआईआई) अगले तीन साल में 80 हजार से अधिक महिलाओं को हरित कारोबार से जोड़ेगा।
इस संबंध में एक्शन प्लान तैयार करने के लिए शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में एक दिवसीय सम्मेलन किया गया जिसमें कई बड़े उद्यमियों ने भाग लिया। ईडीआईआई के महानिदेशक डॉ. सुनील शुक्ला ने बताया कि संस्था कारीगरों, बुनकरों, महिलाओं के स्टार्ट अप और बेरोजगारों को उद्यमशीलता के विकास के लिए महिलाओं को हरित कारोबार को बढ़ावा देने के दिशा में काम कर रही है। इस दिशा में बड़ी संख्या में कॉर्पोरेट आगे आ रहे हैं और महिलाओं की उद्यमशीलता की शक्ति का समर्थन कर रहे हैं। कॉर्पोरेट्स आगे आ रहे हैं और महिलाओं की उद्यमशीलता की शक्ति का समर्थन कर रहे हैं।
ईडीआईआई के प्रोजेक्ट विभाग के निदेशक डॉ. रमन गुजराल ने बताया कि संस्था ने न्यूनतम पर्यावरणीय नुकसान के साथ बाजार में हाई एंड वैल्यू एडेड प्रोडक्ट्स और सर्विसेज की बढ़ती आवश्यकता को देखते हुए महिलाओं को ऐसे रोजगार परक कोर्स का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस अभियान के तहत एक लाख से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया जा चुका है और आगामी तीन साल के लिए नया लक्ष्य निर्धारित किया है। इस दिशा में ईडीआईआई ने कई कॉरपोरेट्स के साथ साझेदारी की है जो माइक्रो स्किल डेवलमेंट प्रोग्राम के तहत अर्बन टेरिस गार्डनिंग किट, बांस शिल्प, मशरूम की खेती, जैविक उर्वरक, मधुमक्खी पालन और पत्तियों से बने बायोडिग्रेडेबल प्लेट्स जैसे हरित कारोबार की ट्रेनिंग दे रहे हैं।
उन्होंने बताया कि ग्रामीण महिला उद्यमियों को अपने व्यवसायों को विकसित करने में मदद करने के लिए ईडीआईआई ने विभिन्न ऑनलाइन और सामाजिक प्लेटफार्म पर खरीदारों के साथ बेचने और जुड़ने के लिए डिजिटल प्रशिक्षण प्रदान किया।
इससे पहले ईडीआईआई ने एक्सेंचर, फेसबुक, बायर फाउंडेशन, एचएसबीसी बैंक, वॉलमार्ट , एचएएल, एचपी, आईटीसी, येस बैंक, ओएनजीसी और अमेजन सहित अनेक प्रसिद्ध कॉपोरेट्स के साथ हाथ मिलाया है। इन सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से ईडीआईआई ने अबतक कई परियोजनाओं के माध्यम से 23 राज्यों के 741 गांवों के 68,134 लोगों के जीवन पर सकारात्मक असर डाला है।