जम्मू, 01 सितंबर (हि.स.)। गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेसी नेताओं के इस्तीफों का दौर खत्म नहीं हुआ है जो जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है। आजाद के समर्थन में गुरुवार को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) के 36 नेताओं और कई कार्यकर्ताओं ने पार्टी की मूल सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने वालों में एनएसयूआई अध्यक्ष पीयूष शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष अनिरुद्ध रैना और प्रदेश महासचिव माणिक शर्मा प्रमुख हैं।
एनएसयूआई अध्यक्ष पीयूष शर्मा ने पार्टी के कामकाज का हवाला देते हुए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को संयुक्त त्यागपत्र सौंपा और उनके साथ अन्य कार्यकर्ताओं के पार्टी छोड़ने की जानकारी दी। उनके मुताबिक पार्टी की मूल सदस्यता से इस्तीफा देने वाले 36 नेताओं और कई कार्यकर्ताओं में अनिरुद्ध रैना (राज्य उपाध्यक्ष), माणिक शर्मा (राज्य महासचिव) के अलावा गौरव सूडान (कार्यकारी अध्यक्ष), शुभम वर्मा (उपाध्यक्ष), दीप शर्मा (उपाध्यक्ष), प्रिया एंडोत्रा (उपाध्यक्ष), शालू शर्मा (उपाध्यक्ष), अमित वर्मा (सचिव), बलबीर सिंह (महासचिव), रोहित सिंह (सचिव), रोहित वर्मा (सचिव), मानसी (महासचिव), पिंकी (सचिव), लक्ष्मी (सचिव) हैं।
इससे पहले गुलाम नबी आजाद के समर्थन में जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद समेत कांग्रेस के 64 वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने पार्टी में नेतृत्व संकट का हवाला देते हुए कांग्रेस की अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी को एक संयुक्त इस्तीफा पत्र सौंपा था। कांग्रेस छोड़ने के बाद गुलाब नबी आजाद 4 सितंबर को जम्मू में अपनी पहली रैली को संबोधित करेंगे।