नई दिल्ली,28 अगस्त : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज गुजरात में कच्छ के भुज में स्मृति वन का लोकार्पण करेंगे। स्मृति वन वर्ष 2001 में भूकम्प के बाद गुजरात की जनता की सद्भावना का प्रतीक है। समृति वन संग्रहालय का निर्माण 26 जनवरी, 2001 में भूकम्प से जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि के लिए बनाया गया है। कच्छ में आए इस भूकम्प में 12 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। स्मारक में भूकम्प से मरने वालों के नाम लिखे गये हैं। श्री मोदी ने अपने गुजरात मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान इस संग्रहालय के निर्माण का प्रस्ताव रखा था। संग्रहालय ग्यारह हजार पांच सौ वर्गमीटर में फैला है। इसमें आठ खंड, एक दीर्घा और एक थिएटर मौजूद है। सात विषयों पर आधारित अत्याधुनिक स्मृति भूकंप संग्रहालय सात खंडों- पुनर्जन्म, फिर से खोज, पुनर्स्थापना, पुनर्निर्माण, पुनर्विचार, पुनर्जीवन और नवीनीकरण- में विभाजित है। प्रधानमंत्री मोदी कच्छ में भूकंप के दौरान मारे गए 185 स्कूली बच्चों और 20 शिक्षकों को श्रद्धांजलि के रूप में ‘वीर बालक स्मारक’ का भी लोकार्पण करेंगे।
श्री मोदी भुज में लगभग चार हजार चार सौ करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी करेंगे।
इससे पहले, प्रधानमंत्री गुजरात के दो दिन के दौरे पर कल अहमदाबाद पहुंचे। श्री मोदी कल अहमदाबाद में ‘खादी उत्सव’ कार्यक्रम में शामिल हुए थे। आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत स्वतंत्रता संग्राम के दौरान खादी और उसके महत्व को रेखांकित करने के लिए खादी उत्सव का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने चरखा भी चलाया। उत्सव का आयोजन अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट पर किया गया है। इस कार्यक्रम में गुजरात के विभिन्न जिलों से लगभग सात हजार पांच सौ महिला कारीगरों ने एक साथ चरखा चलाया।
श्री मोदी ने अहमदाबाद में साबरमती नदी पर पैदल पार पथ ‘अटल ब्रिज’ का भी उद्घाटन किया। यह पुल नदी के पश्चिमी किनारे पर फूलों के बगीचे और पूर्वी किनारे पर कला और संस्कृति केंद्र को जोड़ता है।
प्रधानमंत्री ने साबरमती रिवरफ्रंट पर खादी उत्सव में एक सभा को भी संबोधित किया। श्री मोदी ने कहा कि खादी एक विकसित और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की प्रेरणा बन सकती है।