नई दिल्ली, 6 अगस्त :कोलकाता की एक विशेष धनशोधन रोकथाम अधिनियम अदालत ने शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी निकट सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को 18 अगस्त तक 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। दोनों आरोपी 23 जुलाई को गिरफ्तारी के बाद से ही प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में थे। प्रवर्तन निदेशालय पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की अवैध नियुक्तियों की जांच कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय ने अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट से करीब 50 करोड़ रुपये नकद, भारी मात्रा में आभूषण और सोने की छड़ें बरामद की हैं। इसके अलावा दोनों आरोपियों की संपत्तियों के दस्तावेज भी बरामद किए गये हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटा दिया है, जबकि तृणमूल कांग्रेस ने उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटा दिया है।