नई दिल्ली,5 अगस्त : राज्यसभा में आज स्वास्थ्य का अधिकार 2021 पर चर्चा फिर शुरू हुई। इसका उद्देश्य सभी नागरिकों के लिए स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार के रूप में प्रदान करना और शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के मानक की समान पहुंच और रखरखाव सुनिश्चित करना है। राष्ट्रीय जनता दल सदस्य मनोज झा ने यह विधेयक पेश किया था।
चर्चा में भाग लेते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के संदोष कुमार ने कहा कि देश में चिकित्सा व्यय बहुत अधिक है और स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र पर खर्च बढ़ाने और स्वास्थ्य नीति पर फिर से विचार करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
भारतीय जनता पार्टी के अनिल अग्रवाल ने बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए केंद्र सरकार के उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने देश में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। तृणमूल कांग्रेस के जवाहर सरकार ने देश में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति पर प्रकाश डालते हुए विधेयक का समर्थन किया। चर्चा जारी है।
इससे पहले कई निजी सदस्य विधेयक सदन में पेश किए गए। इनमें महामारी रोग (रोकथाम, तैयारी और प्रबंधन) विधेयक 2021, पूजा का स्थान (विशेष प्रावधान) निरसन विधेयक, 2022, भारतीय रिजर्व बैंक (संशोधन) विधेयक 2022, प्रेस परिषद (संशोधन) विधेयक 2022 और न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी विधेयक, 2022 शामिल हैं।