नई दिल्ली,4 अगस्त :सात औद्योगिक देशों के समूह जी-7 ने ताइवान के निकट चीन के सैन्य अभ्यास की घोषणा की निंदा की है। अमरीकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे के बाद चीन ने सैन्य अभ्यास की घोषणा की है।
जी-सात देशों के विदेश मंत्रियों ने एक बयान में कहा कि सुश्री पेलोसी के दौरे को बहाना बनाकर आक्रामक सैन्य गतिविधि का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि चीन की इस कार्रवाई से क्षेत्र में तनाव बढ़ेगा।
जी-सात के विदेश मंत्रियों ने चीन से क्षेत्र में बल प्रयोग से मौजूदा स्थिति में एकतरफा बदलाव से बचने और शांतिपूर्ण उपायों से मतभेदों के समाधान की अपील की है। बयान में कहा गया है कि चीन और ताइवान की स्थिति को लेकर जी-सात समूह के रुख में कोई बदलाव नहीं है। विदेश मंत्रियों ने ताइवान में नियम आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था, शांति और स्थिरता बनाए रखने की प्रतिबद्धता दोहराई।
सिंगापुर ने भी आशा व्यक्त की है कि अमरीका और चीन आत्म संयम का परिचय देंगे और तनाव बढ़ाने वाली कार्रवाई से बचेंगे।
इस बीच, ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि उसके वायु क्षेत्र में चीनी सैन्य विमान से प्रतिरक्षा के लिए उसने लड़ाकू जेट विमान तैनात किए हैं।