नई दिल्ली, 4 august: अमरीका की प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ताइवान के ऐतिहासिक दौरे के बाद दक्षिण कोरिया पहुंच गई हैं। वे आज सुबह कोरिया गणराज्य की नेशनल एसेम्बली के अध्यक्ष किम जिन-प्यो से मिलेंगी।
कल ताइवान दौरे में सुश्री पेलोसी ने ताइपेई में 1989 के चीनी लोकतंत्र आंदोलन के नेता वुवर कैक्सी सहित मानवाधिकार कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उन्होंने हॉंगकॉंग के पूर्व पुस्तक विक्रेता लामविंग-की औऱ सामाजिक कार्यकर्ता ली-मिंग-ची से भी मुलाकात की। इन दोनों को चीन ने बंदी में बनाया गया था। चीन में, विशेषकर शिनजियांग क्षेत्र में मानवाधिकारों की बहाली पर मुख्य रूप से बातचीत हुई। सुश्री पेलोसी 25 वर्ष से भी अधिक अवधि में ताइवान का दौरा करने वाली अमरीका की पहली स्पीकर हैं। ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन से मुलाकात के दौरान सुश्री पेलोसी ने कहा कि अमरीका ताइवान के प्रति अपनी प्रतिबद्धताएं पूरी करेगा। उन्होंने कहा कि आज विश्व को लोकतंत्र और निरंकुशता के विकल्पों के बीच चुनाव करना है और अमरीका ताइवान सहित पूरे विश्व में लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
चीन ताइवान पर दावा करता रहा है और विदेशी सरकारों के साथ ताइवानी अधिकारियों के किसी भी संपर्क का विरोध करता रहा है। अमरीकी प्रतिनिधिमंडल के मंगलवार रात ताइवान की राजधानी ताइपेई पहुंचने के बाद चीन ने कड़े बयान जारी किए हैं और ताईवान के आसपास कई सैन्य अभ्यासों की घोषणा की है। ताइवान ने चीनी कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा है कि इनसे ताइवान की संप्रभुता का उल्लंघन हुआ है।