जैविक खेती में देश को रास्ता दिखा रहा पूर्वोत्तर क्षेत्र
नई दिल्ली, 26 जुलाई (हि.स.)। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने देशवासियों से घरेलू पर्यटन को प्राथमिकता देने और विदेश यात्रा की इच्छा करने से पहले देश के सभी हिस्सों को खोजने का आह्वान किया। पूर्वोत्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल देते हुए नायडू ने कहा,” लोगों के लगातार एक-दूसरे के यहां आने-जाने और बातचीत से हमारे राष्ट्र की एकता और अखंडता मजबूत हो सकती है।”
उपराष्ट्रपति अभियान- ‘नॉर्थ ईस्ट ऑन व्हील्स’ के प्रतिभागियों के साथ बातचीत कर रहे थे जिसमें पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्यों में यात्रा करने वाले 18 राज्यों की 5 महिलाओं सहित 75 बाइकर्स शामिल हैं।
नायडू ने सभी पूर्वोत्तर राज्यों की अपनी हाल की यात्राओं को याद करते हुए कहा कि सुंदर परिदृश्य, समृद्ध संस्कृति और लोगों के गर्मजोशी भरे आतिथ्य के साथ, “राज्य वास्तव में यात्रियों के लिए स्वर्ग हैं।” उन्होंने अफसोस जताया कि इस क्षेत्र में समृद्ध अनुभव के बावजूद, “बहुत से लोग अभी भी इसके बारे में अनजान और अनभिज्ञ हैं। उन्होंने यात्रा का आनंद उठाने वाले लोगों से आग्रह किया कि वे “पूर्वोत्तर की खूबसूरती का आनंद लेने और हमारी संस्कृति में विविधता की सराहना करने के लिए पूर्वोत्तर का अन्वेषण करें”।
“जैविक खेती के क्षेत्र में देश को रास्ता दिखाने” के लिए पूर्वोत्तर की सराहना करते हुए, उपराष्ट्रपति ने सुझाव दिया कि अन्य राज्यों को भी पूर्वोत्तर राज्यों की सर्वोत्तम कार्य प्रणाली से सीखना चाहिए और धीरे-धीरे स्थायी कृषि की तरफ बढ़ना चाहिए।
उपराष्ट्रपति ने पूर्वोत्तर में बुनियादी ढांचे में विशेष रूप से कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय सुधारों को भी दर्ज किया और कहा कि ये प्रयास “क्षेत्र में विकास के एक नए युग की शुरुआत कर रहे हैं”।
अद्वितीय अभियान के लिए आयोजकों की सराहना करते हुए, उन्होंने सड़क सुरक्षा के विषय पर उनके द्वारा ध्यान केन्द्रित करने की सराहना की। भारत में हर वर्ष होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में भारी हानि पर चिंता व्यक्त करते हुए, नायडु ने दुर्घटनाओं की संख्या कम करने के लिए अधिक से अधिक चौतरफा प्रयास करने का आह्वान किया।