कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण, अलवर से सांसद योगी बालक नाथ सहित कई साधु संत पहुंचे अंतिम दर्शन को
मथुरा, 23 जुलाई (हि.स.)। खनन के खिलाफ आत्मदाह करने वाले संत विजय दास का अंतिम संस्कार शनिवार शाम बरसाना के माताजी गौशाला में हुआ। उसके पहले 16 साल की उनकी पोती ने उनका अंतिम दर्शन किया। शनिवार दोपहर को उनका शव दिल्ली से बरसाना लाया गया। उनके अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में साधु-संतों के साथ लोग उमड़े। शाम को तकरीबन पांच बजे उनकी अंत्येष्टि की गई। अंतिम संस्कार में कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण, मथुरा के डीएम, एसएसपी सहित कई अफसर शामिल हुए।
गौरतलब हो कि संत विजय दास ने आदि ब्रदी और कनिकांचल पर्वत के खनन के खिलाफ 500 दिन से राजस्थान के भरतपुर के पसोपा इलाके में प्रदर्शन कर रहे थे। 551 दिन बाद उन्होंने 20 जुलाई को खुद को आग लगा ली। उनके आत्मदाह का एक वीडियो भी सामने आया था। शरीर में आग लगी थी और वह राधे-राधे कहते हुए दौड़ते नजर आ रहे हैं। गंभीर हालत में पहले जयपुर फिर उनको दिल्ली के सफदरगंज हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। शनिवार तड़के 3 बजे उनका निधन हो गया।
बरसाना के माताजी गौशाला में पार्थिव शरीर के पहुंचने से पहले डीएम नवनीत सिंह चहल और एसएसपी अभिषेक यादव निरीक्षण किया था उसके बाद संत विजय दास के अंतिम दर्शन में यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण माताजी गौशाला पहुंचे। वहीं, राजस्थान के अलवर से सांसद योगी बालक नाथ भी शामिल हुए। संत के पार्थिव शरीर को मथुरा की माताजी गौशाला लाने से पहले राजस्थान के कामां ले जाया गया। जहां संत के पार्थिव शरीर के साथ पवित्र विमल कुंड की परिक्रमा लगाई गई।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संत विजय दास की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया और पार्टी की एक हाई लेवल कमेटी गठित की है। यह कमेटी भरतपुर जाकर घटनास्थल का दौरा कर जानकारी इकट्ठा करेगी। साथ ही, जल्द रिपोर्ट नड्डा को सौंपेगी। इस कमेटी में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री, राजस्थान प्रभारी और सांसद अरुण सिंह, सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती, सांसद सत्य पाल सिंह और सांसद बृजलाल शामिल हैं।