नई दिल्ली, 18 जुलाई (हि.स.)। देश के 16वें राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए सोमवार को संसद और राज्यों की विधानसभाओं में मतदान हुआ। इसी क्रम में संसद में सुबह 10 से शाम 5 बजे तक करीब 99.21 प्रतिशत मतदान हुआ।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए संसद भवन में हुए मतदान के बाद राज्यसभा सचिवालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार 16वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान सुबह 10 बजे शुरू हुआ और शाम 5 बजे बंद हुआ। संसद परिसर में मतदान के लिए लोकसभा और राज्यसभा के 727 सदस्यों के अलावा 9 विधानसभा सदस्यों को भी अनुमति दी गई थी। इनकी कुल संख्या 736 थी और इनमें से 728 ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति के लिए लोकसभा और राज्यसभा सांसद तथा राज्यों की विधानसभाओं (दिल्ली और पुडुचेरी केन्द्र शासित प्रदेशों की विधानसभा सहित) के सदस्य मतदान करते हैं। राष्ट्रपति पद के लिए अनुपातिक प्रतिनिधित्व के तहत निर्वाचन मंडल मतदान करता है। निर्वाचन मंडल के सदस्य प्राथमिकता के आधार पर मत देते हैं।
राष्ट्रपति पद के लिए आज संसद भवन और राज्य विधानसभाओं में मतदान हुआ। सांसदों और विधायकों को कुछ विशेष स्थितियों में मतदान केन्द्र को पहले से जानकारी देकर बदलने की सहूलियत चुनाव आयोग की ओर से दी गई थी।
विभिन्न राज्यों के सहायक रिटर्निंग अधिकारी आज शाम से ही सड़क और वायुमार्ग के माध्यम से सीलबंद मतपेटियों के साथ दिल्ली पहुंचना शुरू कर देंगे। मतपेटियों को लाने के लिए हवाई अड्डे से संसद भवन तक सुरक्षित आवागमन के लिए आवश्यक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। मतगणना 21 जुलाई को होगी और उसी दिन नतीजे आयेंगे।
देश में कुल 776 सांसद हैं और 4,033 विधायक हैं। वर्तमान में जम्मू-कश्मीर केन्द्र शासित प्रदेश में विधानसभा नहीं है। विधायकों के वोट का महत्व राज्य की जनसंख्या पर आधारित होता है। इस हिसाब से कुल सांसदों के मत की कीमत 5,43,200 है और कुल विधायकों के मत की कीमत 10,86,431 है। सांसदों को मत का मूल्य 700 है।
वहीं चुनाव आयोग के अनुसार प्रत्येक विधानसभा सदस्य के मत का मूल्य इस प्रकार है। आंध्र प्रदेश 159, अरुणाचल प्रदेश 8, असम 116, बिहार 173, छत्तीसगढ़ 129, गोवा 20, गुजरात 147, हरियाणा 112, हिमाचल प्रदेश 51, झारखंड 176, कर्नाटक 131, मध्य प्रदेश 131, केरल 152, महाराष्ट्र 175, मणिपुर 18, मेघालय 17, मिजोरम 8, नागालैंड 9, ओडिशा 149, पंजाब 116, राजस्थान 129, सिक्किम 7, तमिलनाडु 176, तेलंगाना 132, त्रिपुरा 26 उत्तराखंड 64, उत्तर प्रदेश 208, पश्चिम बंगाल 151, दिल्ली पुडुचेरी 16।