नई दिल्ली, 17 जुलाई (हि.स.)। पूर्व राज्यपाल मार्ग्रेट अल्वा ने खुद को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के लिए विपक्ष का धन्यवाद दिया है।
एक ट्वीट में उन्होंने कहा, “उपराष्ट्रपति पद के लिए संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में नामित होना एक विशेषाधिकार और सम्मान की बात है। मैं इस नामांकन को बड़ी विनम्रता से स्वीकार करती हूं और विपक्ष के नेताओं को धन्यवाद देती हूं कि उन्होंने मुझ पर विश्वास किया है।”
विपक्षी दलों के नेताओं ने आज राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार के घर पर बैठक के बाद प्रेस वार्ता में अल्वा को संयुक्त उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा की। विपक्ष के उम्मीदवार के तौर पर मार्ग्रेट अल्वा 19 जुलाई मंगलवार को नामांकन पत्र दाखिल करेंगी।
केन्द्र की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबधन पहले ही पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को अपना उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर चुका है।
उल्लेखनीय है कि उपराष्ट्रपति पद के लिए 6 अगस्त को मतदान होगा और उसी दिन नतीजे आयेंगे। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त होने जा रहा है।
उपराष्ट्रपति पद के लिए संसद के दोनों सदनों के सांसद वोट करते हैं। कुल 788 सांसद पद के लिए वोट करेंगे। इसमें राज्यसभा के 233, नामित सदस्य 12 और लोकसभा सदस्य 543 हैं। सभी की कीमत एक वोट होगी।