– ऐतिहासिक जामा मस्जिद और फतेहपुरी मस्जिद के साथ-साथ दीगर मस्जिदों में अदा की गई नमाज
– इमामों ने कुर्बानी करते समय दूसरे मजहब के लोगों की भावनाओं का ध्यान रखने की अपील की
नई दिल्ली, 10 जुलाई (हि.स.)। देशभर में ईद-उल-अजहा का पर्व अकीदत और ऐहतेराम के साथ मनाया जा रहा है। आज सुबह मुसलमानों ने ईदगाहों के साथ-साथ छोटी-बड़ी मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की विशेष नमाज अदा की और देश में अमन-चैन, खुशहाली और तरक्की के लिए विशेष तौर से दुआ मांगी। नमाज के बाद जानवरों की कुर्बानी पेश की गई है। कुर्बानी का यह सिलसिला अगले दो दिनों तक जारी रहेगा। कोरोना वायरस महामारी की वजह से पिछले दो सालों से ईदगाहों और बड़ी मस्जिदों में नमाज अदा नहीं की गई लेकिन इस बार बड़ी तादाद में मुसलमान मस्जिदों, ईदगाहों आदि में नमाज अदा करने के लिए पहुंचे और दिल खोलकर कुर्बानी भी पेश कर रहे हैं।
राजधानी दिल्ली में ऐतिहासिक जामा मस्जिद में हजारों की तादाद में मुसलमानों ने ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की । दिल्ली में गत कई दिनों से जारी तेज गर्मी से आज सुबह आसमान में बादल छाए रहने से लोगों को थोड़ी राहत मिली। खुशनुमा मौसम में लोग बड़ी संख्या में जामा मस्जिद में बकरीद की नमाज अदा करने के लिए उमड़े। जामा मस्जिद के अंदर के हिस्से के साथ-साथ पूरा सेहन और बाहर सीढ़ियों एवं दीगर खाली जगहें नमाजियों से भर गईं।
शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने सुबह 6 बजे नमाज अदा कराई। नमाज के बाद शाही इमाम ने देश में अमन चैन और खुशहाली के लिए दुआ की। इस मौके पर शाही इमाम ने मुसलमानों से गरीबों, मिस्कीनों पड़ोसियों, रिश्तेदारों को अपनी खुशियों में शामिल करने और सब के साथ मिलजुल कर ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाने की अपील की। उन्होंने मुसलमानों का आह्वान किया कि जानवरों की कुर्बानी करते समय अपने पड़ोसियों खासतौर से हिंदू भाइयों की भावनाओं का ख्याल रखें और उन्हें किसी भी तरह की तकलीफ न होने दें। नमाज के बाद लोग एक दूसरे से गले मिले और ईद की मुबारकबाद दी।
राजधानी की दूसरी बड़ी शाही मस्जिद फतेहपुरी में भी हजारों मुसलमानों ने ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की। यहां पर इमाम डॉ. मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने नमाज अदा कराई। इस मौके पर उन्होंने भी मुसलमानों से संयम के साथ ईद मनाने की बात करते हुए कहा है कि अपने पड़ोसियों खासतौर से दूसरे मजहब के मानने वालों का खास ख्याल रखें। कुर्बानी करते समय जानवरों को पर्दे में रखें और कुर्बानी के बाद साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।
राजधानी दिल्ली के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों ओखला, पुरानी दिल्ली के अलावा सीलमपुर, जाफराबाद, वेलकम, नंद नगरी, सीमापुरी, शाहदरा, खुरेजी, झील, शकरपुर, लक्ष्मी नगर, मंडावली, त्रिलोकपुरी, मयूर विहार, ओखला,अबू फजल एनक्लेव, जामिया नगर, हजरत निजामुद्दीन, बाड़ा हिंदू राव, नबी करीम, पहाड़गंज, सदर बाजार, दक्षिण दिल्ली और बाहरी दिल्ली के गांव की पुरानी आबादियों में स्थित मस्जिदों में भी ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई है।