शुभेंदु-सुकांत ने लिखी समर्थन के लिए चिट्ठी
कोलकाता, 08 जुलाई (हि.स.)। एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू शनिवार को कोलकाता आ रही हैं। इसे लेकर राज्य में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और पार्टी के वरिष्ठ विधायक तथा नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने एक पत्र लिखा है। इस पत्र को तृणमूल कांग्रेस के सांसदों और विधायकों के नाम लिखा गया है जिसमें द्रौपदी मुर्मू के समर्थन की गुजारिश की गई है।
मुर्मू शनिवार को राज्य विधानसभा में भाजपा विधायकों के साथ मुलाकात करेंगी। वह अपने लिए समर्थन मांगेंगी। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी से भी मुलाकात कर सकती हैं। राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की संभावना भी जताई जा रही है।
इसके पहले शुभेंदु अधिकारी और सुकांत मजूमदार की चिट्ठी इसलिए भी सुर्खियों में है क्योंकि उसमें समर्थन की मांग करने के साथ इस बात का भी जिक्र किया गया है कि मुर्मू की जीत निश्चित है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि अगर उनकी जीत निश्चित है तो तृणमूल से समर्थन क्यों मांगी जा रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आदिवासी समुदाय में इस बात का संदेश देने की कोशिश हो रही है कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति को रोकने के लिए काम कर रही है। इसका लाभ पार्टी को लोकसभा चुनाव में हो सकता है।
इस बारे में तृणमूल सांसद सौगत राय ने कहा कि भाजपा नेताओं ने चिट्ठी लिखी है जबकि हम लोग अपने उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को वोट देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भाजपा नेताओं ने अपनी चिट्ठी में इस बात का जिक्र किया है कि द्रौपदी मुर्मू की जीत सुनिश्चित है। ऐसे में उन्हें हमें पत्र लिखने की जरूरत क्यों पड़ी। हालांकि इस बारे में भाजपा के एक नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि हम लोग चाहते हैं कि बंगाल से भी पहली आदिवासी महिला को देश का राष्ट्रपति बनने के लिए समर्थन मिले। इसीलिए यह पत्र लिखा गया है।
शनिवार सुबह 10 बजे द्रौपदी मुर्मू कोलकाता हवाई अड्डे पर उतरेंगी। वहां से सीधे न्यूटाउन जाएंगी जहां एक कार्यक्रम में उन्हें शिरकत करना है। उसके बाद वह विधानसभा आएंगी जहां राज्य के विधायकों संग मुलाकात होनी है।