नई दिल्ली, 07 जुलाई (हि.स.)। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी से जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक के इतर बाली में मुलाकात की। इस दौरान विदेश मंत्री ने पूर्वी लद्दाख में नियंत्रण रेखा के साथ सभी बकाया मुद्दों के शीघ्र समाधान का आह्वान किया। साथ ही जयशंकर ने भारतीय छात्रों की शीघ्र चीन वापसी का मुद्दा भी उठाया।
विदेश मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार चर्चा के दौरान विदेश मंत्री ने कुछ विवाद के क्षेत्रों में अग्रिम सैन्य तैनाती को कम करने की बात कही। विदेश मंत्री ने सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बहाली के लिए शेष सभी क्षेत्रों में तेज गति से अग्रिम सैन्य तैनाती हटाने की आवश्यकता को दोहराया।
उन्होंने द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करने और दोनों मंत्रियों के बीच उनकी पिछली बातचीत के दौरान बनी समझ का जिक्र किया। इस संबंध में दोनों मंत्रियों ने पुष्टि की कि दोनों पक्षों के सैन्य और राजनयिक अधिकारियों को नियमित संपर्क में रहना चाहिए और जल्द से जल्द वरिष्ठ कमांडरों की बैठक के अगले दौर की तैयारी करनी चाहिए। विदेश मंत्री ने दोहराया कि भारत-चीन संबंधों की बेहतरी परस्पर सम्मान, पारस्परिक संवेदनशीलता और पारस्परिक हितों को साधने में हैं।
विदेश मंत्री ने मार्च में हुई अपनी पिछली मुलाकात का जिक्र किया और तब चर्चा किए गए कुछ प्रमुख मुद्दों की प्रगति की समीक्षा की। इसमें भारतीय छात्रों की चीन वापसी भी शामिल है। विदेश मंत्री ने प्रक्रिया में तेजी लाने और छात्रों की शीघ्र वापसी से जुड़ी सुविधाएं देने की आवश्यकता पर बल दिया।
मंत्रालय के अनुसार दोनों मंत्रियों ने अन्य क्षेत्रीय और वैश्विक विकास पर भी दृष्टिकोणों का आदान-प्रदान किया। विदेश मंत्री वांग यी ने इस वर्ष चीन की ब्रिक्स अध्यक्षता के दौरान भारत के समर्थन की सराहना की और भारत की आगामी जी20 और एससीओ अध्यक्षता के लिए चीन के समर्थन का आश्वासन दिया। दोनों नेता आगे संपर्क में बने रहने पर भी सहमत हुए।