कोकराझार (असम), 06 जुलाई (हि.स.)। चालू वर्ष के मार्च माह में समाप्त तिमाही के प्रदर्शन की समीक्षा के लिए कोकराझार जिला उपायुक्त वर्णाली डेका की अध्यक्षता में उपायुक्त कार्यालय में कोकराझार जिला सलाहकार समिति (डीसीसी) और जिला स्तरीय समीक्षा समिति की एक बैठक आयोजित की गई।
जिला जनसंयोग कार्यालय की ओर से बुधवार को जारी एक बयान में बताया गया है कि बैठक में कोकराझार के सांसद के प्रतिनिधि रंजीत कुमार राय, कोकराझार के अतिरिक्त उपायुक्त, कोकराझार नाबार्ड के मुख्य जिला प्रबंधक, बिजली विभाग और कोकराझार जिला के सभी बैंकों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक के दौरान उपायुक्त ने जिला में संचालित सभी बैंकों से प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के ऋण, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और सभी बैंकों को निर्देश दिया कि वे केसीसी, पीएमईजीपी, मुद्रा ऋण आदि जैसी सभी प्राथमिकता वाले योजनाओं के क्रेडिट मापदंडों के अनुसार अगली तिमाही तक अपने प्रदर्शन में सुधार करें।
केसीसी के संबंध में उपायुक्त ने कृषि विभाग को किसानों से प्रस्तावों की गुणवत्ता तैयार कर बैंकों को भेजने के निर्देश दिए, ताकि जिला की कार्यप्रणाली में सुधार हो सके। गत कई महीनों में पाया गया है कि प्रधान मंत्री-किसान लाभार्थियों के जिले में ईकेवाईसी का प्रदर्शन केवल 37 प्रतिशत है। लाभार्थी के खाते में मोबाइल नंबर अपडेट नहीं किया गया है।
उन्होंने सभी बैंकों से प्राथमिकता के आधार पर लाभार्थियों के मोबाइल नंबर अपडेट करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने बैंकों को सलाह दी कि वे सही ऋण धारकों को डीआईसीसी महाप्रबंधक के पास भेजे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पीएमईजीपी योजना से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों। तत्पश्चात् उचित विचार-विमर्श के पश्चात् संबंधित शाखाओं को अपना प्रस्ताव देने को कहा गया।
इसके पश्चात उपायुक्त ने जिला के लिए ओडीओपी मशरूम पर भी प्रकाश डाला और सभी बैंकों को मशरूम से संबंधित कार्यों में लगे लोगों को उनके द्वारा अनुमोदित ऋण की जानकारी प्रदान करने का निर्देश दिया। बैठक में वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए जिला के वार्षिक ऋण योजना लक्ष्य पर भी चर्चा की गई और अंतिम रूप दिया गया।