हैदराबाद, 2 जुलाई (हि.स.)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चन्द्रशेखर राव (केसीआर) ने राष्ट्रपति पद के लिए संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के पक्ष में विधायकों से अंतरआत्मा की आवाज पर वोट देने की अपील की है।
इससे पहले टीआरएस के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को स्थानीय बेगमपेट हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का स्वागत किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री केसीआर और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य भी मौजूद रहे। एयरपोर्ट से जल विहार तक एक बाइक रैली निकाली गई। जल विहार में आयोजित एक सभा में मुख्यमंत्री राव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्र सरकार की नीतियों की आलोचना की। मुख्यमंत्री ने दावा किया की केंद्र सरकार और मोदी के कार्यकाल में एक भी आश्वासन को पूरा नहीं किया गया। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की सराहना करते हुए कहा कि एनडीए के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के यशवंत सिन्हा कर तुलना करने के बाद अंतरआत्मा के अनुसार यशवंत सिन्हा को वोट दीजिए। सिन्हा की जीत से देश की मर्यादा बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि आज देश में बहुत कुछ गलत किया जा रहा है। सबको परिवर्तन के लिए इक्कठा होना चाहिए। मोदी पर जमकर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि हैदराबाद में प्रस्तावित जनसभा में मोदी को सवालों का उत्तर देना चाहिए।
केसीआर ने मोदी से सवाल किया कि आपने कौन सा वादा पूरा किया गया। आप समझते हैं कि आप से बड़ा बुद्धिमान कोई है ही नहीं। किसानों की आय तो नहीं बढ़ी लेकिन खर्चा जरूर दोगना हुआ है। किसानों ने करीब 13 महीने आपकी सरकार और नीतियों के ख़िलाफ़ आंदोलन किया। आपने उन्हें खालिस्तानी कहा, आप के मंत्री पुत्र ने किसानों पर जीप चढ़ा दी, किसानों पर दया नहीं आई। उन्होंने कहा कि इस भ्रम में मोदीजी न रहें, कि वो परमानेंट हैं। मोदी के पहले भारत 14 प्रधानमंत्रियों को देखा है। मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा कि काले धन की वापस न लाने पर लोगों को पंद्रह लाख क्या पंद्रह पैसे नहीं मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे आज से नए भारत के निर्माण की जंग शुरू करते हैं।
इस मौके पर विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने कहा कि वह तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) के समर्थन की सराहना करते हैं और उनके साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे। असाधारण स्थिति में आज राष्ट्रपति चुनाव खास है। टीआरएस के सांसद और विधायकों को संबोधित करते हुए सिन्हा ने दावा किया कि उन्होंने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करने के बाद फोन पर मोदी से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन बात नहीं हो सकी और बाद में उनके कॉल का कोई जवाब नहीं आया। शुरुआत में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर आम सहमति बनने की संभावना थी। सर्वसम्मति बनाए रखना केंद्र सरकार की जिम्मेदारी थी। लेकिन वे आम सहमति में विश्वास नहीं करते हैं। वे केवल टकराव में विश्वास करते हैं। यशवंत सिन्हा ने कहा कि यह चुनाव दो लोगों के बीच की लड़ाई नहीं है। यह विचारधाराओं की लड़ाई है।
यशवंत सिन्हा के दौरे को लेकर राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने उनके चुनावी अभियान में भाग नहीं लिया। प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने कहा कि राष्ट्रपति के विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को तेलंगाना राष्ट्र समिति ने आमंत्रित किया है, इसलिए वे इस अभियान से दूर रहे हैं।