नई दिल्ली, 30 जून (हि.स.)। दिल्ली पुलिस की इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटजिक ऑपरेशन (आईएफएसओ) यूनिट द्वारा धार्मिक भावनाओं को आहत करने के मामले में गिरफ्तार किए गए पत्रकार मोहम्मद जुबैर को लेकर स्पेशल सेल की टीम बेंगलुरु पहुंच गई है।
पुलिस टीम यहां पर बेंगलुरु स्थित पत्रकार के घर जाकर केस से जुड़े साक्ष्य खंगालेगी। सूत्रों की मानें तो पुलिस यहां से जुबैर का मोबाइल और लैपटॉप बरामद करना चाहती है, जिससे यह ट्वीट किये जाने का संदेह है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बीते दिनों सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के दौरान कुल 19 एफआईआर दर्ज की थी। इसमें कई पत्रकार, नेता एवं अन्य लोगों को आरोपित बनाया गया था। इनमें से एक एफआईआर मोहम्मद जुबैर के खिलाफ थी, जिसमें एक आपत्तिजनक ट्वीट करने का आरोप है।
यह ट्वीट मार्च 2018 में किया गया था। पुलिस टीम ने एक मामले में पूछताछ के लिए मोहम्मद जुबैर को बुलाया था, जिसमें उसे कोर्ट से गिरफ्तारी पर स्टे मिला हुआ है। वहीं पर इस मामले में मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी कर ली गई थी।
पुलिस टीम ने पहले उसे ड्यूटी मजिस्ट्रेट के पास पेश किया था, जहां से उसे एक दिन की रिमांड पर भेजा गया था। वहीं अगले दिन पटियाला हाउस स्थित कोर्ट ने उसे चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि रिमांड के दौरान उन्हें पता चला कि इस ट्वीट के लिए जुबैर ने अपने मौजूदा मोबाइल का इस्तेमाल नहीं किया है।
पुलिस का मानना है कि उसने किसी अन्य मोबाइल या अपने लैपटॉप से यह ट्वीट डाला था। यही वजह है कि पुलिस टीम उसका मोबाइल और लैपटॉप बरामद करना चाहती है। इसलिए पुलिस टीम जुबेर को लेकर बेंगलुरु पहुंच चुकी है जहां उसके घर से मोबाइल और लैपटॉप बरामद करने की कोशिश की जाएगी। पुलिस इन दोनों को दिल्ली लेकर आएगी और यहां पर उसकी फॉरेंसिक जांच करेगी।
सूत्रों की माने तो दिल्ली पुलिस जल्द ही मोहम्मद जुबैर एवं उसके चैनल को लेकर इनकम टैक्स एवं प्रवर्तन निदेशालय को पत्र लिख सकती है। पुलिस को जांच में पता चला है कि उनके बैंक खाते में पिछले कुछ समय में काफी रकम आई है। यह रकम 50 लाख के आसपास बताई गई है। इस रकम के सोर्स की जांच के लिए स्पेशल सेल द्वारा आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय को जल्द ही पत्र भेजा जाएगा।