-जी-7 शिखर सम्मेलन स्थल पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के साथ यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वान डेर लेयन से मुलाकात
म्यूनिख/नई दिल्ली, 28 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को जी-7 शिखर सम्मेलन स्थल पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के साथ यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वान डेर लेयन से मुलाकात की। ग्रुप फोटो खिंचवाने से पहले इन नेताओं के बीच बातचीत भी हुई।
राष्ट्रपति बाइडन और प्रधानमंत्री मोदी गर्मजोशी के साथ एक-दूसरे का अभिवादन किया। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का हाथ थामकर कुछ देर बातचीत की। बाइडन के अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टूड्रो से भी बातचीत की।
प्रधानमंत्री मोदी ने ग्रुप फोटो के साथ एक कैप्शन भी ट्वीट किया, जिसमें लिखा कि विश्व के नेताओं के साथ जी-7 शिखर सम्मेलन में। उल्लेखनीय है कि जापान में मई में क्वाड शिखर सम्मेलन में मुलाकात करने के बाद मोदी और बाइडन के बीच यह पहली मुलाकात थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने वैश्विक हितों के लिए द्विपक्षीय मित्रवत संबंधों को और मजबूत करने तथा आपसी रणनीतिक साझेदारी को गति प्रदान करने को लेकर सहमति जताई। इसके अलावा फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों से मुलाकात। दोनों नेताओं ने चाय पर विभिन्न द्विपक्षीय तथा वैश्विक विषयों पर चर्चा की। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से मुलाकात के दौरान द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा की और व्यापार और निवेश, खाद्य सुरक्षा, रक्षा, फार्मास्यूटिकल्स जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और गहरा करने की आवश्यकता की पुष्टि की।
भारतीय प्रधानमंत्री ने यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वान डेर लेयेन से मुलाकात के दौरान व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी और जलवायु कार्रवाई में भारत-यूरोपीय संघ के सहयोग पर चर्चा की। उन्होंने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के साथ बैठक की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग के विस्तार के तरीकों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने इस संबंध ट्वीट कर इन नेताओं के साथ हुई मुलाकात और चर्चा को बेहद उपयोगी बताया।