वायनाड/नई दिल्ली, 24 जून (हि.स.)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के वायनाड स्थित कार्यालय में शुक्रवार को ‘स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं ने तोड़-फोड़ की। कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि कार्यालय के कुछ कर्मचारियों को चोटें भी आई हैं।
पुलिस के मुताबिक करीब 100 एसएफआई कार्यकर्ताओं ने राहुल के कार्यालय में जाकर तोड़-फोड़ की है। जिसके बाद पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
यूथ कांग्रेस ने ट्वीट कर बताया कि केरल में अराजकता स्थिति है। एसएफआई कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के वायनाड कार्यालय पर हमला किया है। केरल की वामपंथी राजनीति में उग्रवाद खुलेआम हो रहा है। केरल सरकार राज्य में इस तरह की गुंडागर्दी को क्यों बढ़ावा दे रही है? गुंडे की पहचान कर सलाखों के पीछे डालना चाहिए।
बताया जा रहा है कि विरोध का कारण विशेष आर्थिक जोन को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर राहुल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आना है। भीड़ कथित तौर पर सभी संरक्षित क्षेत्रों, वन्यजीव अभयारण्यों और राष्ट्रीय उद्यानों के आसपास एक किलोमीटर के क्षेत्र को अनिवार्य तौर पर पर्यावरण-संवेदनशील क्षेत्र (ईएसजेड) माने जाने से जुड़े सुप्रीम कोर्ट के आदेश से नाराज थी।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने राहुल गांधी के कार्यालय पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में सभी को अपनी राय रखने और लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने का अधिकार है। दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।