सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हो रही गिरफ्तारी
– सुरक्षा जांच एजेंसी की तहकीकात में यूपी में हिंसा भड़काने में कुछ संगठन का हाथ
लखनऊ, 18 जून (हि.स.)। सेना में भर्ती की नई योजना ‘अग्निपथ’ के विरोध में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में हिंसक प्रदर्शन हुए। इस मामले में पुलिस ने छह एफआईआर दर्ज करते हुए बीती रात दस बजे तक 260 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये आकड़े और भी बढ़ सकते हैं। सुरक्षा जांच एजेंसी के हाथ लगे सुराग से पुलिस यह दावा कर रही है कि इसके पीछे कुछ संगठन का हाथ है।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि इस मामले में अभी तक छह एफआईआर दर्ज हुई हैं। इसमें तीन वाराणसी कमिश्नरेट, फिरोजाबाद, अलीगढ़ और गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट में एक-एक मुकदमे हैं। इसी के साथ उन्होंने बताया कि बलिया से 109, मथुरा से 70, अलीगढ़ से 30, वाराणसी कमिश्नरेट से 27 और गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट से 15 और आगरा से नौ लोगों की गिरफ्तारी हुई है। अग्निवीरों की आड़ लेकर जिन लोगों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की है, पुलिस चौकी, रोडवेज बस और ट्रेन की बोगी जलायी है उनकी पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। पूरे प्रदेश में हुए हिंसक प्रदर्शन को लेकर सुरक्षा जांच एजेंसी तहकीकात में जुट गई है।
सूत्रों की माने तो एजेंसियों के हाथ कैंपस ऑफ इंडिया के नाम से एक व्हाट्सअप चैट लगा है, जिसमें अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदेश में माहौल बिगाड़ने की अपील की गई है। एडीजी ने भी यह स्वीकारा है कि जांच एजेंसी को कुछ संगठनों के नाम मिले हैं। तहकीकात चल रही है। जल्द ही बड़ा खुलासा होगा।