काबुल, 16 जून (हि.स.)। एक ओर तालिबान का शासन, ऊपर से रूस-यूक्रेन युद्ध, अफगानिस्तान के लोग भीषण खाद्यान्न संकट झेल रहे हैं। तालिबान शासन आने के बाद अफगानिस्तान की सहायता रोक चुके विश्व बैंक ने सदाशयता दिखाते हुए अफगानिस्तान के किसानों को 15 करोड़ डॉलर की सहायता राशि मुहैया कराई है।
अफगानिस्तान की खाद्य सुरक्षा को लेकर संयुक्त राष्ट्र संघ का खाद्य व कृषि संगठन (एफएओ) खासा गंभीर है। एफएओ के मुताबिक देश में व्यापक मानवीय संकट व्याप्त है। इसलिए किसानों को उनके कृषि उत्पाद बढ़ाने के अलावा बढ़ती असुरक्षा को कम करने के लिए यह मदद मुहैया कराई गई है। बताया गया कि अफगानिस्तानियों के बीच कई स्तरों पर अत्यधिक खाद्य असुरक्षा को देखते हुए विश्व बैंक ने यह राशि जारी की है। यह राशि कई किश्तों में मिलेगी।
विश्व बैंक ने बताया कि पहली किश्त जारी की जा चुकी है। दूसरी किश्त के साथ 4.5 करोड़ डॉलर आगामी 24 माह में जारी होने की उम्मीद है। एफएओ महानिदेशक क्यू डोंग्यु ने उदारता व समय पर की गई मदद के लिए विश्व बैंक व उसके सदस्यों के प्रति आभार भी व्यक्त किया। दरअसल, अगस्त 2021 में तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद से ही अफगानिस्तान आर्थिक संकट के दौर में है। वहां मानवाधिकारों की स्थिति भी दयनीय है। ऐसे में अफगानिस्तान पुनर्निर्माण ट्रस्ट कोष और विश्व बैंक प्रबंधन समिति तत्काल राहत व स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 79.3 करोड़ डॉलर की परियोजना को पहले ही मंजूरी दे चुकी है।