नई दिल्ली, 13 जून (हि. स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सोमवार को कहा कि एक जांच एजेंसी पर खुलेआम दबाव बनाने के लिए कांग्रेस नेता सड़कों पर उतर आए हैं क्योंकि उनके भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हो चुका है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुलेआम प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर दबाव डालने की कोशिश कर रही है।
भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए ईरानी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो जमानत पर बाहर हैं उन्होंने घोषणा की है कि आओ दिल्ली को घेरो, क्योंकि हमारा भ्रष्टाचार पकड़ा गया है। एक जांच एजेंसी पर दबाव डालने के लिए कांग्रेस शासित वरिष्ठ नेताओं को विशेष आमंत्रित किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक जांच एजेंसी पर खुलेआम दबाव डालने वाली कांग्रेस की इस रणनीति को आप क्या नाम देंगे? उन्होंने कहा कि ईडी ने राहुल गांधी को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर तलब किया है, कांग्रेस को इस पर विचार करना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि कंपनी बनाई जाती है समाज की सेवा के लिए, लेकिन समाज की सेवा नहीं बल्कि वो कंपनी केवल गांधी परिवार की सेवा तक सीमित हो जाती है।
उन्होंने कहा कि आज जो लोग जांच एजेंसी पर दबाव डालना चाहते हैं, उनको गौर करना चाहिए कि दिल्ली हाई कोर्ट के 2019 के एक फैसले में लिखे वाक्य में कहा गया है, ”एजीएल के ऊपर राहुल और सोनिया गांधी का मालिकाना हक गैरकानूनी तौर पर संपत्ति पर अधिकार जमाने का एक प्रयास है।”
ईरानी ने कहा कि कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता राहुल गांधी के बुलावे पर आज जो गतिरोध पैदा कर रहे हैं, ये लोकतंत्र को बचाने का प्रयास नहीं, बल्कि गांधी परिवार की 2,000 करोड़ की संपत्ति को बचाने का प्रयास है।
उल्लेखनीय है कि नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी ने राहुल गांधी को पूछताछ के लिए तलब किया है। विरोध स्वरूप कांग्रेस नेता व कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी मुख्यालय से जांच एजेंसी के कार्यालय तक मार्च निकाला। प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता मार्च में शामिल हुए।