मॉस्को, 11 जून (हि.स.)। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद दुनिया दो धड़ों में बंट गयी है। इस विभाजन के बाद जर्मनी ने रूस के साथ अपने अंतरिक्ष अभियान से हाथ खींच लिए तो रूस ने जर्मनी के सेटेलाइट को हाईजैक करने की कोशिश की। अब मामला दोनों देशों की खींचतान में बदल गया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद जर्मनी ने यूक्रेन के पक्ष में एकजुट यूरोपीय यूनियन के साथ रहने का फैसला किया है। जर्मनी सहित कई पश्चिमी देशों ने रूस से संबंध तोड़कर यूक्रेन को मदद करने का फैसला लिया है। जर्मनी ने रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के साथ अपने रिश्तों को भी खत्म कर दिया है। ऐसे में दोनों देशों के अंतरिक्ष आधारित साझा अभियान भी रुक गये हैं। कुछ साल पहले रूस और जर्मनी ने संयुक्त रूप से अंतरिक्ष में सेटेलाइन इरोसिटा भेजा था। अभी तक दोनों देश इस अभियान पर मिलकर काम कर रहे थे।
जर्मनी ने रूस के साथ दोस्ती से पल्ला झाड़ा तो इसका असर इस अभियान पर भी पड़ा। इरोसिटा का काम पूरी तरह ठप पड़ गया है। इरोसिटा के संचालन से जर्मनी ने हाथ खींचे तो रूस के अधिकारियों ने इसकी गतिविधियों को हाईजैक करने की कोशिश भी की। इस कोशिश के बाद जर्मनी के अधिकारियों ने साफ चेतावनी दे दी है कि जर्मनी की भागीदारी के बिना इरोसिटा का कामकाज शुरू करने पर रूसी अंतरिक्ष एजेंसी को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।