गुवाहाटी, 27 मई (हि.स.)। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुनियादी ढांचे, अर्थव्यवस्था और अन्य क्षेत्रों में विकास परियोजनाओं को केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर के दरवाजे पर ला दिया है। केंद्र सरकार की विभिन्न पहल पूर्वोत्तर भारत को आसियान देशों से जोड़कर विकास का एक नया ढांचा तैयार करेंगी।
डॉ. हिमंत सरमा शुक्रवार को राजधानी गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल में ‘एक्ट ईस्ट थ्रू नॉर्थ-ईस्ट’ विषय पर आयोजित सम्मेलन को उद्घाटन करने के बाद संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर भारत का आसियान देशों के साथ विकासोन्मुखी संपर्क स्थापित करने के उद्देश्य से आज गुवाहाटी में एक्ट ईस्ट पर एक सम्मेलन का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत की एक्ट ईस्ट नीति की सफलता के लिए असम समेत पूर्वोत्तर मुख्य द्वार है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुनियादी ढांचे, अर्थव्यवस्था और अन्य क्षेत्रों में विकास परियोजनाओं को केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर के दरवाजे पर ला दिया है। त्रिपक्षीय राजमार्ग और कलादान मल्टीमॉडल परियोजना जैसी द्विपक्षीय और बहुआयामी कनेक्टिविटी पहल पूरी होने वाली हैं, जबकि ट्रांस एशियन रेलवे परियोजना के भारतीय खंड पर काम जारी है। जिरीबाम-इंफाल रेलवे लाइन पूरी होने वाली है और इम्फाल-मोरे रेलवे लाइन का सर्वेक्षण और योजना पर भी काम चल रहा है। ये विभिन्न पहल पूर्वोत्तर भारत को आसियान देशों से जोड़कर विकास का एक नया ढांचा तैयार करेंगी।
इस मौके पर असम सरकार के मंत्री चंद्रमोहन पटवारी, गुवाहाटी की सांसद क्वीन ओझा, प्रधान मंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल, भारत में सिंगापुर के उच्चायुक्त साइमन वोंग वी कुएन, असम सरकार के शिक्षा सलाहकार डॉ. नानिगोपाल महंता, सचिव गीतिका श्रीवास्तव, फिक्की के उत्तर पूर्व सलाहकार परिषद के अध्यक्ष रंजीत बरठाकुर और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।