धर्मशाला, 18 मई (हि.स.)। तिब्बती मुद्दों के लिए नियुक्त अमेरिका की विशेष समन्वयक उजरा जेया और यू.एस. के प्रतिनिधि पेट्रीसिया ए. लसीना सहित अन्य के धर्मशाला पहुचने पर निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रधानमंत्री सहित अन्य प्रतिनिधियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। उजरा जेया के विशेष समन्वयक का पद संभालने के बाद उनका निर्वासित तिब्बती सरकार के मुख्यालय धर्मशाला का पहला दौरा है। उजरा जेया धर्मशाला में अपने दो दिवसीय दौरे के लिए बुधवार को धर्मशाला पंहुची। तिब्बती प्रधानमंत्री पेंपा सेरिंग के नेतृत्व में केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिकी विदेश विभाग के प्रतिनिधिमंडल का सचिवालय पंहुचने के बाद उनके साथ एक बैठक भी की। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने उसके बाद निर्वासित तिब्बती सरकार के सचिवालय के कार्यालयों का दौरा भी किया।
अमेरिका से इस तरह के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का धर्मशाला पंहुचना तिब्बती मुद्दे के समर्थन को दर्शाता है। विशेष समन्वयक की यात्रा केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के सिक्योंग पेंपा सेरिंग द्वारा पिछले महीने वाशिंगटन की यात्रा के कुछ ही समय बाद हो रही है, जहां बाद में तिब्बती मुद्दों के लिए अमेरिकी विशेष समन्वयक के साथ हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी और कांग्रेस के अन्य द्विदलीय सदस्यों के साथ मुलाकात हुई थी।
तिब्बती मामलों की विशेष अमेरिकी संयोजक उजरा जेया अपने पांच दिवसीय भारत और नेपाल दौरे पर हैं। भारतीय मूल की उजरा जेया को अमेरिकी सरकार की ओर से मानव अधिकारों, लोकतांत्रिक शासन और मानवीय प्राथमिकताओं के मद्देनजर भारत में भेजा गया है। इसी कड़ी में आज वे अमेरिकन दूतावास की एक और प्रतिनिधि पेट्रीसिया ए. लसीना के साथ धर्मशाला पहुंची है। कांगड़ा एयरपोर्ट पहुंचने पर उनका निर्वासित तिब्बतियन नागरिकों और सरकार की ओर से भव्य स्वागत किया गया।
निर्वासित तिब्बतियों के बीच यह दोनों प्रतिनिधि दो दिन तक अपना महत्वपूर्ण समय गुजारेंगी और निर्वासित तिब्बती सरकार की हर गतिविधि को समझने की पूरी कोशिश करेंगी। यहां तक कि वो निर्वासित तिब्बतियों द्वारा चलाये जा रहे स्कूलों और सांस्कृतिक उत्थान केंद्रों का भी दौरा करेंगी। उन्होंने कहा कि उजरा जेया और पेट्रीसिया के इस दौरे का सीधा सीधा असर निर्वासित तिब्बतियों के एक ना एक दिन वतन वापसी पर जरूर पड़ेगा। इसलिये क्योंकि अमेरिका को चीन में किसी तरह की कोई रो-टोक नहीं है और वो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी बात बखूबी रख सकता है।
विशेष समन्वयकों का धर्मशाला का यह छठा दौरा
धर्मशाला में लगातार विशेष समन्वयकों का यह छठा दौरा है। जनवरी 2000 में, सहायक सचिव जूलिया टाफ्ट धर्मशाला का दौरा करने वाली पहली विशेष समन्वयक बनीं। नवंबर 2006 में, अवर सचिव पाउला जे. डोब्रियन्स्की ने दौरा किया। 2009 में, अवर सचिव मारिया ओटेरो (तब विशेष समन्वयक के रूप में सेवा करने के लिए नामित), धर्मशाला की यात्रा पर राष्ट्रपति बराक ओबामा के वरिष्ठ सलाहकार वैलेरी जैरेट के साथ थे। अवर सचिव सारा सिवाल ने 2014 और 2016 में धर्मशाला का दौरा किया था।
धर्मगुरू दलाई लामा से भी मिलेंगी उजरा जेया
धर्मशाला में अपने प्रवास के दौरान विशेष समन्वयक जेया परम पावन दलाई लामा से उनके आवास पर मुलाकात भी करेंगी। इस दौरान जहां वह धर्मगुरू से आर्शीवाद लेंगी वहीं तिब्बत के मुद्दे पर भी बात करेंगी।