LIC: एलआईसी की कमजोर लिस्टिंग से निवेशकों को झटका, एक्सपर्ट्स ने जताई रिकवरी की उम्मीद

– पॉलिसी होल्डर व खुदरा निवेशकों को नहीं मिला छूट का फायदा

– ग्रे मार्केट प्रीमियम से ही बन गई थी कमजोर लिस्टिंग की आशंका

नई दिल्ली, 17 मई (हि.स.)। भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के शेयरों की कमजोर लिस्टिंग ने आज निवेशकों को काफी निराश किया। ग्रे मार्केट में एलआईसी के शेयरों का भाव गिरने के बाद से ही इस बात की आशंका जताई जा रही थी कि एलआईसी के शेयर इश्यू प्राइस से नीचे लिस्ट हो सकते हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि शेयर बाजार में बने नकारात्मक माहौल में एलआईसी के शेयरों ने काफी बेहतर लिस्टिंग की है और मार्केट में सुधार होते ही ये शेयर भी आसानी से रिकवर कर लेगा।

949 रुपये का ये शेयर आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में करीब 8 प्रतिशत की गिरावट के साथ 867 रुपये पर लिस्ट हुआ, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में इसके लिस्टिंग 872 रुपये पर हुई। अभी तक के कारोबार के दौरान एलआईसी का शेयर एक बार 918.95 रुपये की मजबूती हासिल कर चुका था। फिलहाल शुरुआती दो घंटे का कारोबार होने के बाद 11.15 बजे ये शेयर 61 रुपये की कमजोरी यानी 6.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 888 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

एलआईसी के शेयरों की कमजोर लिस्टिंग के कारण एलआईसी की पॉलिसी होल्डर्स, कर्मचारी और खुदरा निवेशकों को डिस्काउंट मिलने के बावजूद पहले दिन ही मुनाफा कमाने का मौका नहीं मिल सका। हालांकि कमजोर लिस्टिंग के थोड़ी देर बाद ही एलआईसी का शेयर बीएसई और एनएसई दोनों ही जगह अपनी स्थिति में सुधार करते हुए 900 रुपये के स्तर पर पहुंच गया। लेकिन शेयर का ये भाव भी रिटेल इन्वेस्टर को फायदा पहुंचाने वाला नहीं था।

आपको बता दें कि 949 रुपये के इस शेयर के लिए एलआईसी ने अपने पॉलिसी होल्डर्स को प्रति शेयर 60 रुपये का डिस्काउंट दिया था, जबकि अपने कर्मचारियों और खुदरा निवेशकों को प्रति शेयर 45 रुपये का डिस्काउंट दिया था। इस तरह शेयरों पर डिस्काउंट के बाद पॉलिसी होल्डर्स को एलआईसी ने 889 रुपये के भाव पर शेयरों का आवंटन किया था, जबकि अपने कर्मचारियों और खुदरा निवेशकों को 904 रुपये के भाव पर शेयर दिए थे। लेकिन करीब 8 प्रतिशत की कमजोरी के साथ इस शेयर की लिस्टिंग होने से निवेशकों को काफी निराशा का सामना करना पड़ा।

एलआईसी का आईपीओ देश का अभी तक का सबसे बड़ा आईपीओ था और लंबे समय से लोग इस आईपीओ का इंतजार कर रहे थे। आईपीओ लॉन्च होने के बाद ग्रे मार्केट में भी शुरुआती दौर में एलआईसी के शेयरों की काफी मांग रही। ग्रे मार्केट में इस शेयर का सौदा 95 रुपये के प्रीमियम तक हुआ। हालांकि आखिरी 1 सप्ताह में ग्रे मार्केट में एलआईसी के शेयरों का प्रीमियम लगातार गिरता गया। आखिरी 2 दिनों में तो एलआईसी के शेयर प्रीमियम की जगह डिस्काउंट में ट्रेड होने लगे थे। ग्रे मार्केट में शेयर के प्रीमियम में आई इस गिरावट के बाद से ही निवेशकों में निराशा का भाव बन गया बनने लगा था और इस बात की आशंका जताई जाने लगी थी कि बीएसई और एनएसई में इस शेयर की कमजोर लिस्टिंग भी हो सकती है।

एलआईसी के शेयरों की कमजोर लिस्टिंग के बावजूद मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि मौजूदा हालात में जिस स्तर पर एलआईसी के शेयर लिस्ट हुए हैं, उसे भी एक बड़ी कामयाबी मानना चाहिए। धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी का कहना है कि दुनिया भर के बाजारों में लगातार गिरावट का रुख बना हुआ है। ऐसे में एलआईसी के शेयरों की लिस्टिंग में 12 से 15 प्रतिशत तक की गिरावट की आशंका बनी हुई थी।

नकारात्मक आशंकाओं के बावजूद इस शेयर ने करीब 8 प्रतिशत की गिरावट के साथ बीएसई और एनएसई में क्रमशः 867 रुपये और 872 रुपये के स्तर पर लिस्ट होकर अपने बेसिक फंडामेंटल्स के मजबूत होने का संकेत दिया है। खासकर लिस्टिंग के कुछ ही देर बाद एलआईसी के शेयर उछल कर 918.95 रुपये के स्तर तक पहुंच गए। इससे भी इस शेयर की मजबूती का एहसास किया जा सकता है। हालांकि इस उच्च स्तर के बाद एक बार फिर एलआईसी के शेयरों में गिरावट आई और ये शेयर दोबारा 900 रुपये प्रति शेयर के भाव से नीचे गिर गए।

प्रशांत धामी के मुताबिक एलआईसी के शेयर को पॉलिसीहोल्डर्स, एंप्लाइज और रिटेल इन्वेस्टर्स की ओर से आईपीओ के दौरान जबरदस्त समर्थन मिला है। जीवन बीमा के क्षेत्र में एलआईसी देश का सबसे मजबूत ब्रांड है। साथ ही इस बीमा कंपनी की पहचान देश के ज्यादातर हिस्सों में है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि पूरे देश में एलआईसी का विशाल सेल्स नेटवर्क है और लाइफ इंश्योरेंस सेक्टर में आज के दौर में एलआईसी का मुकाबला करने लायक स्थिति में कोई भी दूसरी बीमा कंपनी नहीं है। इसलिए इस शेयर के फंडामेंटल्स तो मजबूत बने हुए हैं।

दूसरी ओर भारतीय शेयर बाजार लंबे समय से कमजोरी में काम कर रहा है। खासकर पिछले 1 महीने के दौरान बाजार में काफी गिरावट आ चुकी है। ऐसे में किसी भी नए आईपीओ के लिए मजबूती के साथ लिस्ट होना और बढ़त के साथ कारोबार करना आसान नहीं होता है। लेकिन जब भी बाजार में मजबूती आती है तो मजबूत फंडामेंटल्स वाले शेयर में भी स्वाभाविक रूप से तेजी आ जाती है। इसलिए घरलू शेयर बाजार जब भी उठेगा, तो उससे एलआईसी के शेयरों को भी मजबूती मिलेगी और निवेशकों को भी मुनाफा मिल सकेगा।

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