नई दिल्ली, 14 मई (हि.स.)। निगेटिव ग्लोबल सेंटिमेंट्स के कारण घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान एक बार फिर गिरावट के साथ बंद हुआ। ये लगातार पांचवां सप्ताह है, जब शेयर बाजार साप्ताहिक कारोबार में गिरावट का सामना करके बंद हुआ है। 13 मई को समाप्त हुए सप्ताह के कारोबार पर ध्यान दें, तो इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार करीब 4 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ।
शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 2,041.96 अंक यानी 3.72 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52,793.62 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 3.83 प्रतिशत का गोता लगाकर 629.05 अंक की गिरावट के साथ 15,782.15 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इस कारोबारी सप्ताह की शुरुआत वाले दिन यानी सोमवार को सेंसेक्स ने 54,188.21 अंक के स्तर से और निफ्टी ने 16,227.70 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की थी। सप्ताह के सभी 5 दिन बाजार में गिरावट का रुख बना रहा, जिसके कारण सेंसेक्स और निफ्टी दोनों करीब 4 प्रतिशत की साप्ताहिक गिरावट के साथ बंद हुए।
13 मई को समाप्त हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के लार्ज कैप इंडेक्स में 4.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इस इंडेक्स में शामिल शेयरों में से सबसे अधिक गिरने वाले शेयरों में टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनामिक जोन, पंजाब नेशनल बैंक, अडाणी ग्रीन एनर्जी, अडाणी ट्रांसमिशन और एफएसएन इ-कॉमर्स वेंचर्स (न्याका) प्रमुख रहे। इन शेयरों में बिकवाली के दबाव की वजह से 10 से लेकर 24 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई।
इसी तरह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के मिडकैप इंडेक्स में शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान 5.6 प्रतिशत की जोरदार गिरावट दर्ज की गई। इस इंडेक्स में शामिल शेयरों में से हनीवेल ऑटोमेशन, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, अडाणी पावर, इंडियन होटल्स, कंसाई नैरोलैक पेंट्स, टोरेंट पावर, केनरा बैंक, वोल्टास और इंडियन होटल्स कंपनी में जोरदार गिरावट का रुख बना रहा। इन कंपनियों के शेयरों में साप्ताहिक कारोबार के दौरान 10 से लेकर 17 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के स्मॉलकैप इंडेक्स में पूरे सप्ताह के कारोबार के दौरान सबसे अधिक 6.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। 9 से लेकर 13 मई के कारोबारी सप्ताह के दौरान जीआरएम ओवरसीज, फ्यूचर रिटेल, डिशमैन कार्बोजेन एमकिस, टीवी टुडे नेटवर्क, इंडोस्टार कैपिटल फाइनेंस, गुजरात नर्मदा वैली फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स, बिरला टायर्स, केबीसी ग्लोबल, टीजीवी श्रेस और प्रीवी स्पेशियलिटी केमिकल्स के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई।
मार्केट वैल्यू की बात की जाए तो पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्केट वैल्यू में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई। रिलायंस के बाद भारतीय स्टेट बैंक, बजाज फाइनेंस और आईसीआईसीआई बैंक मार्केट वैल्यू में गिरावट के मामले में क्रमशः दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर रहे। हालांकि हिंदुस्तान युनिलीवर, एशियन पेंट्स और कोटक महिंद्रा बैंक के मार्केट वैल्यू में पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान बढ़त दर्ज की गई।
शेयर बाजार के सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो पूरे सप्ताह के कारोबार के दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सभी सेक्टर गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए। इनमें भी मेटल और पावर इंडेक्स में सबसे अधिक 13 प्रतिशत की गिरावट हुई, वहीं टेलीकॉम इंडेक्स 6.7 प्रतिशत और रियल्टी इंडेक्स 5.8 प्रतिशत की साप्ताहिक गिरावट के साथ बंद हुए।
9 से 13 मई के बीच हुए कारोबार के दौरान विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार में कुल 19,967.57 करोड़ रुपये की बिकवाली की। इस तरह मई के महीने में अभी तक विदेशी निवेशक कुल 32,701.03 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं। घरेलू संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान 18,202.10 करोड़ रुपये की खरीदारी की। इस सप्ताह की खरीदारी को मिलाकर मई के महीने में घरेलू संस्थागत निवेशक अभी तक कुल 26,735.36 करोड़ रुपये की खरीदारी कर चुके हैं।
कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि निगेटिव ग्लोबल सेंटिमेंट्स के कारण शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान मंदड़िये भारतीय शेयर बाजार पर लगातार हावी रहे, जिसकी वजह से बाजार में करीब 4 प्रतिशत तक की गिरावट आ गई। बिकवाली के दबाव के बीच शेयर बाजार ने जब भी रिकवरी करने की कोशिश की, तभी बिकवाली का दबाव इतना अधिक हो गया कि सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक वापस गोता लगाने के लिए मजबूर हो गए।
घरेलू शेयर बाजार की चाल में पिछले लगातार 5 सप्ताह से गिरावट का रुख बना हुआ है। इसी वजह से बाजार के जानकार निवेशकों को किसी भी तरह की हड़बड़ी में सौदा नहीं करने की सलाह दे रहे हैं। धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी के मुताबिक बाजार में आई मौजूदा गिरावट को बॉटम आउट नहीं समझना चाहिए। यानी ये नहीं मान लेना चाहिए कि इतनी गिरावट के बाद शेयर बाजार जल्दी ही बाउंस बैक करेगा।
धामी का कहना है कि बैंकिंग इंडेक्स में सप्ताह के शुरुआत के दौरान कुछ मजबूती दर्ज की गई थी, लेकिन अंत में गुरुवार और शुक्रवार तक शेयर बाजार के दूसरे इंडेक्स की तरह ही बैंकिंग इंडेक्स भी पूरी तरह से बिकवाली के दबाव में आ गया। इससे साफ है कि घरेलू शेयर बाजार में अभी भी लगातार नेगेटिव ट्रेंड बना हुआ है और इसके रुख में तत्काल कोई सकारात्मक बदलाव होने की संभावना काफी कम है। इसलिए निवेशकों को अभी किसी भी तरह का निवेश करने के जोखिम से बचने की कोशिश करना चाहिए।