नई दिल्ली, 13 मई (हि.स.)। देश के सबसे बड़े स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने चौथी तिमाही के नतीजे का ऐलान कर दिया है। एसबीआई का 31 मार्च को समाप्त (जनवरी-मार्च) चौथी तिमाही में सालाना आधार पर मुनाफा 41 फीसदी उछलकर 9,114 करोड़ रुपये रहा है, जबकि वित्त वर्ष 2020-21 की इसी तिमाही में बैंक को 6,451 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था।। बैंक ने शुक्रवार को शेयर बाजार को यह जानकारी दी।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एसबीआई ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में बैंक की कुल आय मामूली रूप से बढ़कर 82,613 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 81,327 करोड़ रुपये रही थी। इसके साथ ही समेकित रूप से बैंक का शुद्ध लाभ 56 फीसदी बढ़कर 9,549 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 6,126 करोड़ रुपये था।
एसबीआई ने बयान में कहा कि फंसे कर्ज में कमी आने से चौथी तिमाही में बैंक का मुनाफा बढ़ा है। बैंक के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान बैंक का एकल लाभ 55 फीसदी बढ़कर 31,676 करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले वित्त वर्ष में 20,410 करोड़ रुपये रहा था। बैंक के निदेशक मंडल ने 31 मार्च, 2022 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए 7.10 रुपये प्रति शेयर का लाभांश देने की सिफारिश की है।
इसके अलावा परिसंपत्ति गुणवत्ता के मामले में 31 मार्च, 2022 तक स्टेट बैंक की सकल गैर-निष्पादित संपत्तियां (एनपीए) घटकर सकल अग्रिम का 3.97 फीसदी रह गई है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 4.98 फीसदी रही थी। वहीं, बैंक का शुद्ध एनपीए या फंसा कर्ज कम होकर 1.02 फीसदी रह गया है, जो पिछले वित्त वर्ष में 1.50 फीसदी था।