उदयपुर, 12 मई (हि.स.)। राष्ट्रधर्म कांग्रेस की एकमात्र भक्ति है। कांग्रेस का इतिहास देश के लिए त्याग और बलिदान का रहा है। कांग्रेस गांधी का भारत चाहती है, बोस का भारत चाहती है, अशफाक उल्ला खां का भारत चाहती है। देश के लिए मुद्दे विकास और सामाजिक समरसता के होने चाहिए, न कि लाउडस्पीकर और बुलडोजर के। यह बातें कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने गुरुवार शाम को उदयपुर के अनंता रिसोर्ट में पत्रकार वार्ता में कही।
शुक्रवार से शुरू हो रहे कांग्रेस के तीन दिवसीय नव संकल्प शिविर की पूर्व संध्या पर पत्रकारों को इस शिविर के उद्देश्यों के बारे में जानकारी देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि उदयपुर से नई दिशा, नई उमंग और नई उम्मीदों के सूर्य का उदय होगा। उदयपुर की धरती का इतिहास अनूठा रहा है। वीरों की इस धरा से कांग्रेस नई ऊर्जा संचित कर देश में राष्ट्रधर्म के मंत्र का शंखनाद करेगी।
सुरजेवाला ने कहा कि आज देश की सरकार और सत्ताधारी दल ने देश के प्रजातंत्र संविधान व 140 करोड़ देशवासियों के अधिकारों पर हमला बोल रखा है। देश प्रजातांत्रिक, आर्थिक और सामाजिक संक्रमण काल के दौर से गुजर रहा है। भारत की आजादी के आंदोलन की कोख से जन्मी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पर यह दायित्व है कि वह संविधान व देशवासियों की सजग प्रहरी बन राष्ट्रधर्म की इस कसौटी पर खरी उतरे। यही नवसंकल्प का दृढ़ संकल्प है। देश की अपेक्षाओं के अनुरूप कांग्रेस उदयपुर में आत्मचिंतन, आत्ममंथन, आत्मावलोकन करेगी।
सुरजेवाला ने बताया कि नवसंकल्प शिविर में मंथन के लिए कुछ बिन्दु निर्धारित किए गए हैं जिनमें आर्थिक असमानता, महंगाई और मोदी सरकार, बेरोजगारी, किसान और खेती, दलित और वंचित वर्ग, राष्ट्रीय सुरक्षा के बिन्दु मुख्य हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को चुनने की प्रक्रिया जारी है जो अगस्त में पूरी होगी और तब इसकी घोषणा की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हम सभी राहुल गांधी को अध्यक्ष के रूप में देखना चाहते हैं।
इससे पहले, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नवसंकल्प शिविर में सभी कांग्रेस पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि देश में जो ध्रुवीकरण का माहौल बनाया जा रहा है वह उचित नहीं है। कांग्रेस सर्वधर्म समभाव से चली है और चलेगी। कांग्रेस को लुप्त करने की बात कहने वाले स्वयं लुप्त हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह सुनकर ही आश्चर्य होता है कि 70 साल में कांग्रेस ने क्या किया। हालात यह है कि सभी को एजेंसियों के माध्यम से डराया जा रहा है, दबाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिविर कामयाब होगा और सोनिया गांधी – राहुल गांधी के नेतृत्व में देशवासी ऐसी ताकतों के विरोध में खड़े होंगे।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि 70 साल का हिसाब मांगने वाले 7 साल का हिसाब नहीं दे पा रहे हैं। सामाजिक समरसता, धर्मनिरपेक्षता कांग्रेस के डीएनए में है। यह शिविर धर्मनिरपेक्षता को नहीं मानने वालों के खिलाफ खड़ा होने के संकल्प का शिविर होगा। प्रेसवार्ता में कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के कई पदाधिकारी व स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।
बता दें कि नवसंकल्प शिविर के लिए राहुल गांधी शुक्रवार सुबह उदयपुर पहुंचेंगे।