जेनेवा, 12 मई (हि.स.)। यूक्रेन संकट को लेकर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के विशेष सत्र में भारत ने लगातार जारी यूक्रेन-रूस युद्ध को लेकर चिंता जाहिर की है। भारत ने कहा है कि इस युद्ध से पूरी दुनिया प्रभावित है और यह युद्ध तुरंत रुकना चाहिए।
गुरुवार को यूक्रेन में लगातार जारी युद्ध को लेकर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद का विशेष सत्र आहूत किया गया था। इस सत्र में भारत ने एक बार फिर अपने पुराने रुख पर कायम रहते हुए साफ कहा कि यूक्रेन संघर्ष पर भारत की स्थिति दृढ़ और सुसंगत रही है। यूक्रेन से लगातार आ रही सूचनाओं और सामने आ रही घटनाओं को लेकर भारत बहुत चिंतित है। भारत हमेशा हिंसा की तत्काल समाप्ति के पक्ष में रहा है और शत्रुता को खत्म करने का आह्वान किया है।
विशेष सत्र के दौरान भारत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वैश्विक नेताओं के साथ अपनी वार्ताओं के दौरान इसे दोहरा चुके हैं, इनमें रूसी संघ और यूक्रेन भी शामिल हैं। भारत का मानना है कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष का बेहद खराब प्रभाव महिलाओं और बच्चों पर पड़ा है। बड़ी संख्या में महिलाओं और बच्चों को यूक्रेन के आसपास के देशों में शरण लेनी पड़ी है जबकि अपने ही देश में विस्थापन को मजबूर महिलाओं और बच्चों की संख्या भी कम नहीं है।
भारत की ओर से कहा गया कि यूक्रेन को दवाओं और अन्य राहत सामग्री के साथ मानवीय मदद भारत की ओर से भेजी गयी है और यह काम लगातार चल रहा है। रूस-यूक्रेन संघर्ष का असर क्षेत्र से बाहर भी पड़ा है। तेल की कीमतें आसमान छू रही हैं। खाद्यान्न और उर्वरकों की भी कमी चल रही है। भारत ने कहा कि हम यूक्रेन में लोगों के मानवाधिकारों का सम्मान और सुरक्षा किए जाने की अपील करते हैं।