उत्तरकाशी, 09 मई (हि.स.)। यमुनोत्री धाम में पैदल मार्ग पर हार्ट अटैक से सोमवार को दो और तीर्थयात्री की हृदय गति रुकने से मौत हो गई। इस तरह यमुनोत्री धाम में यहां आने वाले अब तक 11 तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा गंगोत्री धाम में आने वाले तीन यात्रियों की मौत हुई है।
सोमवार को सुबह यमुनोत्री धाम की यात्रा करने जा रहे महादेव वेंकेटा सुब्रमणियम (40 वर्ष) पुत्र वेंकेटा सुब्रमणियम, निवासी फ्लैट नंबर 302, पोलो गार्डन, शिसादरीपुरम बैंगलोर (कर्नाटक) का यमुनोत्री पैदल मार्ग पर स्वास्थ्य खराब हो गया, जिसे परिजनों ने उपचार के लिए जानकी चट्टी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
डॉक्टरों का कहना है कि यात्री की हृदय गति रुकने से मौत हुई है। इसके अलावा स्नैहल सुरेश (60 वर्ष), निवासी चौक नंबर 3, गोविंद नगर, अवसार भवन नासिक (महाराष्ट्र) की भी हृदय गति रुकने से मौत हो गई। स्नैहल की मौत जानकी चट्टी अस्पताल में इलाज के दौरान हुई। बीती तीन मई से शुरू हुई यात्रा में अब तक यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर 11 तीर्थ यात्रियों की हृदय गति रुकने से मौत हो चुकी है। जबकि रविवार शाम को गंगोत्री धाम की यात्रा से लौटते वक्त मुंबई निवासी मेघा विलास (58) की मौत हो गई थी।
यमुनोत्री धाम में अब तक हुई मौतें-11
-अनुरुद्ध प्रसाद (65 वर्ष), उत्तर प्रदेश।
-कैलाश चौबीसा (63 वर्ष), राजस्थान।
-सकून पारिकर (64 वर्ष), मध्य प्रदेश।
-रामयज्ञ तिवारी (64 वर्ष), उत्तर प्रदेश।
-सुनीता खडीकर (62 वर्ष), मध्य प्रदेश।
-जयेश भाई (47 वर्ष), गुजरात।
देवश्री के जोशी (38 वर्ष), महाराष्ट्र।
-ईश्वर प्रसाद (65 वर्ष), मध्य प्रदेश।
-जगदीश (65 वर्ष), मुंबई।
-महादेव वेंकेटा सुब्रमणियम (40 वर्ष), कर्नाटक।
-स्नैहल सुरेश (60 वर्ष), महाराष्ट्र।
गंगोत्री धाम में अब तक हुई मौतें- 3
-लाल बहादुर (50 वर्ष), नेपाल।
-दीपक दवे (62 वर्ष), महाराष्ट्र।
-मेघा विलास (58 वर्ष), मुंबई।
इधर आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल के मुताबिक तीर्थ यात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा लेने की हिदायत दी जा रही है यात्रियों से हृदय रोगों के मरीजों को जोखिम न लेने की अपील की जा रही है। साथ ही उन्हें रुक रुककर सफर करने को कहा जा रहा है।