नई दिल्ली, 08 मई (हि.स.)। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने पुलिस विभागों में रिक्त पदों को भरने पर जोर देते हुए कहा कि पुलिस सुधार एक अत्यंत महत्वपूर्ण और संवेदनशील विषय है। हमें अब इन सुधारों को लागू करने के लिए नए सिरे से जोर देना चाहिए।
नायडू रविवार को इंडिया इंटरनेश्लन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व आईपीएस अधिकारी प्रकाश सिंह की पुस्तक ‘द स्ट्रगल फॉर पुलिस रिफॉर्म्स इन इंडिया’ का विमोचन करने के बाद संबोधित कर रहे थे। उपराष्ट्रपति ने इस दौरान जनता के साथ पुलिस के व्यवहार को मित्रवत बनाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को उदाहरण पेश करने की सलाह दी।
नायडू ने कहा कि पुलिस सुधार एक अत्यंत महत्वपूर्ण और संवेदनशील विषय है। अब हमें इन सुधारों को लागू करने पर नए सिरे से जोर देना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि देश में बहुत जरूरी पुलिस सुधारों को लागू करने के लिए राज्य और केंद्र टीम इंडिया की सच्ची भावना के साथ एक साथ आएंगे।
उन्होंने कहा कि आज, समाज साइबर अपराध, आर्थिक अपराध और ऑनलाइन धोखाधड़ी जैसे नए डोमेन में कई अपराधों का सामना कर रहा है, जिसके लिए विशेष खोजी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। हमें 21वीं सदी के इन अपराधों से निपटने के लिए अपने पुलिस बलों को कौशल और उन्नत बनाने की जरूरत है।
नायडू ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि भारतीय पुलिस फाउंडेशन एक स्मार्ट भारतीय पुलिस के दृष्टिकोण को साकार करने का प्रयास कर रहा है। विशेष रूप से पुलिस के पेशेवर और नैतिक मानकों में सुधार के लिए आंतरिक सुधार, प्रौद्योगिकी अनुकूलन, डिजिटल परिवर्तन और प्रशिक्षण पर जोर दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को उदाहरण पेश करने और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि आम आदमी के प्रति पुलिस कर्मियों का व्यवहार विनम्र और मैत्रीपूर्ण हो। पुलिस स्टेशन का दौरा उस व्यक्ति के लिए एक परेशानी मुक्त अनुभव होना चाहिए जो वहां मदद मांगने जाता है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि दो मुद्दे जिन्हें युद्ध स्तर पर संबोधित करने की आवश्यकता है, वे हैं पुलिस विभागों में भारी संख्या में रिक्तियों को भरना और आधुनिक युग की पुलिसिंग की आवश्यकताओं के अनुरूप पुलिस के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना।