कोलकाता, 6 मई (हि.स.)। दो दिवसीय बंगाल दौरे के अंतिम दिन भाजपा कार्यकर्ता की कथित हत्या के बीच केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पार्टी के राज्यस्तरीय शीर्ष नेताओं के साथ अहम बैठक की है। उन्होंने प्रदेश भाजपा के नेताओं से दो टूक कहा कि हमारे भरोसे मत रहिए अपनी लड़ाई खुद लड़नी होगी।
शुक्रवार को भाजपा नेता अर्जुन चौरसिया की कथित हत्या के बाद केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने शाम को न्यूटाउन के एक पांच सितारा होटल में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। बैठक में अमित शाह ने कहा कि हर छोटी व बड़ी बात पर सीबीआई जांच की मांग होती है। आखिर सीबीआई क्या करेगी? आपको अपनी लड़ाई खुद लड़नी होगी। राष्ट्रपति शासन, केंद्रीय जांच के भरोसे रहने से काम चलने वाला नहीं है।
केन्द्रीय मंत्री शाह ने कहा कि हताश होने की जरूरत नहीं है। 2024 में भारतीय जनता पार्टी का पश्चिम बंगाल में प्रदर्शन बेहतर होगा। शाह ने कहा कि विपक्ष नेता के तौर पर लड़ाई आसान नहीं होती। मेरे पास कम से कम 50 मामले आए हैं। इसमें से छह हत्या के मामले हैं। उनमें से ऐसी हत्या की गई है कि शरीर की हड्डियां तक तोड़ दी गई हैं। कोई अगर सोचता है कि बंगाल की लड़ाई उनके लिए कोई दूसरे राज्य से लड़ेगा तो ऐसा होने वाला नहीं है। बंगाल को अपनी लड़ाई खुद लड़नी होगी। उन्होंने दो टूक कहा कि जो ऐसा सोचता है कि उनके लिए सब कुछ केंद्र करेगा और सब कुछ अपने आप हो जाएगा। ऐसे लोग घर चले जाएं। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि बंगाल के भाजपा कार्यकर्ताओं को हताश होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि तीन सीटों से हम 70 से अधिक सीट जीत चुके हैं। आगे लड़ाई जारी रखनी होगी।
उन्होंने केंद्रीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार को बढ़ाने का निर्देश दिया और कहा कि बंगाल के लोग हमेशा से विकल्प की तलाश में रहे हैं। भाजपा नेताओं ने बंगाल में चल रही सीबीआई जांच में और तेजी लाने की मांग अमित शाह से की। इसके जवाब में अमित शाह ने कहा कि सीबीआई के पास 272 मामले हैं। उनके भरोसे रहने से काम चलने वाला नहीं है। सीबीआई किसी घटना की जांच कर सकती है लेकिन तृणमूल नेताओं को जेल में डालने का काम उनका नहीं है। इसके अलावा उन्होंने भाजपा नेताओं को यह भी आश्वासन दिया है कि वह अब लगातार बंगाल का दौरा करते रहेंगे। इस बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष के अलावा सभी सांसद, विधायक और जिला अध्यक्ष मौजूद थे।