अम्फान और यास के बाद लगातार तीसरे साल आ रहा तूफान
कानपुर, 04 मई (हि.स.)। इन दिनों समुद्री गतिविधियां जो चल रही हैं उससे पूरी संभावना है कि असनी नाम का तूफान छह मई तक आएगा। यह तूफान किस ओर तबाही मचाएगा, इसकी अभी स्पष्ट जानकारी नहीं हो सकी है, लेकिन जो संकेत मिल रहे हैं उसके अनुसार यह तूफान बांग्लादेश को अधिक प्रभावित कर सकता है। हालांकि अण्डमान निकोबार द्वीप समूह भी इससे अछूता नहीं रह सकते।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डा. एस0 एन0 सुनील पाण्डेय ने बताया कि लगातार तीसरा साल है जब मई के महीने में समुद्री गतिविधियां तूफान का रुप ले रही हैं। 2020 में अम्फान नाम का तूफान आया और 2021 में यास नाम के तूफान ने तबाही मचाई। इसके बाद 2022 में मई के पहले ही सप्ताह समुद्री गतिविधियों से ऐसे संकेत मिलने लगे कि असनी तूफान छह मई को आएगा। क्योंकि उत्तरी अंडमान सागर में अब कभी भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने के लिए तैयार है। बुधवार को किसी भी समय कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है, उसी दिन एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है। पांच मई तक सिस्टम डीप डिप्रेशन बन सकता है। छह मई तक सिस्टम के साइक्लोन (तूफान) बनने की उम्मीद है। तूफान तेज होगा और अराकान तट के साथ आगे बढ़ेगा और संभवतः ताकत हासिल करता रहेगा।।
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि इस बार जो चक्रवात बनेगा उसे असनी कहा जाएगा, यह नाम श्रीलंका ने दिया है। यह तूफान किस ओर प्रभावित करेगा इसकी अभी स्पष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन जो संकेत मिल रहे हैं उसके अनुसार यह ज्यादातर बांग्लादेश की ओर बढ़कर वहां पर प्रभाव अधिक छोड़ेगा। बताया कि इससे पहले अम्फान जब आया तो पश्चिम बंगाल प्रभावित हुआ और यास तूफान ने ओडिशा को प्रभावित किया।