कुशीनगर, 03 मई (हि.स.)। नेता जी सुभाषचन्द्र बोस के अखंड भारत सन्देश को मणिपुर के मोईरांग से दिल्ली तक पहुंचाने की ठान कर दिल्ली का एक दस वर्षीय बालक आरव भारद्वाज 2500 किमी लम्बी साइकिल यात्रा पर निकल पड़ा। मोईरांग वह ऐतिहासिक जगह है, जहां सुभाष चंद्र बोस की इंडियन नेशनल आर्मी (आइएनए) ने 14 अप्रैल 1944 को तिरंगा लहराया था। 15 मई को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक स्थल पर साइकिल यात्रा का समापन होगा।
कुशीनगर पहुंचने पर पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल की तरफ से कसया के पुलिस अधिकारियों ने बालक व सहयात्रियों का कुशीनगर में बुके प्रदान कर स्वागत किया और यात्रा की सफलता के लिए शुभकामनाएं प्रदान की।
कक्षा छठवीं के छात्र आरव भारद्वाज ने साढ़े तीन वर्ष की उम्र में अपने दादा जी से भारत की स्वतंत्रता के लिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस के संघर्षों की गाथा सुन रहा है। आरव के मन में यह बात गहरे पैठ गई। परिजनों से बात कर उसने नेता जी के राष्ट्रीय एकता का संदेश पूरे देश में बांटने की ठानी। 14 अप्रैल को बालक मणिपुर के मोइरांग से साइकिल यात्रा पर निकल पड़ा। बालक 1550 किलोमीटर का सफर तय कर मंगलवार को यात्रा के 19वें दिन कुशीनगर पहुंचा।
कुशीनगर में पुलिस अधीक्षक के प्रतिनिधि प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों ने आरव की टीम का स्वागत कर उत्साहवर्द्धन किया। बालक के पिता डाॅ. अतुल भारद्वाज, दादा मित्रसेन भारद्वाज, रोहतास कुमार भारद्वाज व मित्र जेसपर बलसारा का भी स्वागत किया गया।