कीव, 01 मई (हि.स.)। रूस ने रविवार को दावा किया है कि यूक्रेन ने खेरसॉन के दक्षिणी क्षेत्र में अपने ही नागरिकों पर गोले दागकर मार डाला या घायल कर दिया। इस बीच मारियुपोल के इस्पात संयंत्र में फंसे कुछ नागरिकों को निकाला गया है। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी ने यूक्रेन के समर्थन में कीव दौरा किया है।
पेलोसी ने ट्वीटर पर राष्ट्रपति जेलेंस्की को साझा किए एक वीडियो में कहा कि हम आपकी आजादी की लड़ाई के लिए धन्यवाद कहने के लिए आपके पास आ रहे हैं। पेलोसी ने कई अमेरिकी सांसदों के साथ शुक्रवार को कहा कि वह यूक्रेन के लिए 33 बिलियन डॉलर का सहायता पैकेज पारित करने की उम्मीद है।
एक रिपोर्ट के अनुसार रूस के रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन की सेना पर खेरसॉन क्षेत्र के कासेलिव्का और शायरोका बाल्का के गांवों के एक स्कूल, किंडरगार्टन और कब्रिस्तान पर गोलाबारी करने का आरोप लगाया है। हालांकि मंत्रालय ने इस संबंध में कोई ब्योरा नहीं दिया। इस पर यूक्रेन की तरफ से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
रूसी सेना ने खेरसॉन शहर पर कब्जा कर लिया है, जिससे उन्हें रूस से जुड़े क्रीमिया के उत्तर में सिर्फ 100 कि.मी. (60 मील) की दूरी पर पैर जमाने का मौका मिला है। साथ ही आजोव सागर पर रणनीतिक रूप से पूर्वी बंदरगाह शहर मारियुपोल पर कब्जा कर लिया है।
यूक्रेन की सेना ने रविवार को जारी बुलेटिन में कहा कि रूसी सेनाएं खेरसॉन की प्रशासनिक सीमाओं को तोड़ने और मायकोलायिव और क्रिवी रिह शहरों पर हमलों के लिए रास्ता तैयार करने के लिए लड़ रही थीं।
रूस ने 21 अप्रैल को मारियुपोल में जीत की घोषणा की, जबकि सैकड़ों होल्डआउट यूक्रेनी सैनिकों और नागरिकों ने अजोवस्टल स्टील वर्क्स में शरण ली। यूक्रेन के एक लड़ाकू सैनिक ने शनिवार को कहा कि 20 महिलाओं और बच्चों को बाहर कर दिया है। हम मलबे से रस्सियों के सहारे नागरिकों को बाहर निकाला जा रहा है,जिनमें बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे हैं। पालमार ने कहा कि रूस और यूक्रेन स्थानीय युद्धविराम का सम्मान कर रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि निकाले गए नागरिकों को उत्तर पश्चिम में जापोरिज्जिया शहर ले जाया जाएगा।
उधर, नागरिकों की निकासी पर रूस और संयुक्त राष्ट्र ने कोई टिप्पणी नहीं की है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शनिवार देररात रूसी भाषा में दिए अपने वीडियो संबोधन में रूसी सैनिकों से यूक्रेन में युद्ध न लड़ने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि रूस के सैन्य अधिकारी भी जानते थे कि यूक्रेन युद्ध में हजारों रूसी सैनिक मारे जा सकते हैं। जेलेंस्की ने कहा कि रूस युद्ध के शुरुआती हफ्तों में नष्ट होने वाली अपनी सैन्य टुकड़ियों में नए जवानों की भर्ती कर रहा है। उन्हें जंग लड़ने का अनुभव बेहद कम है। उन्होंने कहा कि रूस के कमांडर पूरी तरह से समझते हैं कि आने वाले सप्ताह में हजारों सैनिक मारे जाएंगे।
जेलेंस्की ने कहा कि रूसी कमांडर अपने सैनिकों से झूठ बोल रहे हैं कि युद्ध लड़ने से इनकार करने पर उनके खिलाफ गंभीर कार्रवाई की जा सकती है।