नई दिल्ली, 01 मई (हि.स.)। भारत-यूएई के बीच ऐतिहासिक व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (सीईपीए) रविवार को आधिकारिक रूप से लागू हो गया। इसी वर्ष 18 फरवरी को दोनों देशों के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।
वाणिज्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने आज नई दिल्ली में न्यू कस्टम्स हाउस में एक समारोह में भारत-यूएई सीईपीए के तहत संयुक्त अरब अमीरात के लिए आभूषण उत्पादों की पहली खेप को हरी झंडी दिखाई।
सीईपीए से पांच वर्षों के भीतर वस्तुओं के द्विपक्षीय व्यापार के 100 अरब अमेरिकी डॉलर और सेवाओं के व्यापार के 15 अरब अमेरिकी डॉलर तक बढ़ने की उम्मीद है।
वाणिज्य सचिव सुब्रह्मण्यम इस अवसर पर कहा कि समझौते में 100 अरब अमेरिकी डॉलर के व्यापार लक्ष्य की कल्पना की गई है। भारत के बाजार के आकार और संयुक्त अरब अमीरात के बाजार तक पहुंच को देखते हुए लक्ष्य से भी कहीं अधिक हासिल होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि भारत के लिए यूएई दुनिया का प्रवेश द्वार साबित होगा।
इस दौरान वाणिज्य सचिव ने एक प्रतीकात्मक संकेत में रत्न और आभूषण क्षेत्र के तीन निर्यातकों को मूल प्रमाण पत्र सौंपा। उपरोक्त खेप पर अब इस समझौते के तहत शून्य सीमा शुल्क लगेगा और इसके आज ही दुबई पहुंचने की उम्मीद है।