झांसी,27 अप्रैल (हि.स.)। सर्किट हाउस में श्रम मंत्री अनिल राजभर ने महाराष्ट्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उस पर कांग्रेस की संगति का असर बताया। कहा कि अब राजनीति और सत्ता के लिए लोग अंधे हो चुके हैं। सत्ता जब घमंडी हो जाए तो महाराष्ट्र जैसे उदाहरण देखने को मिलने लगते हैं।
श्रीहनुमान चालीसा पढ़ना कहां से गुनाह है ? कहां से इसमें कोई दोष है ? यही तो मैं कह रहा हूं। यह महाराष्ट्र सरकार को चलाने वाले लोगों पर कांग्रेस पार्टी के साथ का असर पड़ा हुआ है। यह उनकी सोहबत का असर है और कांग्रेस पार्टी का जो हश्र हुआ वही उनका (शिवसेना) भी हश्र होगा। जनता की भावनाओं के साथ जो खिलवाड़ करेंगे समय आने पर जनता उन्हें जवाब जरूर देगी।
उप्र में लाउड स्पीकर उतरवाने के सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि बिल्कुल सही हो रहा है और यही होना चाहिए। ध्वनि प्रदूषण क्या हमारी जिंदगी को प्रभावित नहीं कर रहा है ? क्या बच्चों के पठन-पाठन में बाधा नहीं होती है। ध्वनि प्रदूषण किस तरह से जीवन को और विशेष तौर पर नौनिहालों को उनके जीवन को किस तरह प्रभावित कर रहा है । किसी से छुपा नहीं है। लोग पूजा करें किसी को कहां एतराज है। लेकिन किसी की शांति में दखल देकर पूजा करना कहां तक सही है। उन्होंने कहा कि अगर हमें एतराज नहीं तो किसी को एतराज नही होना चाहिए। हम हनुमान चालीसा पढ़ेंगे, हम लोगो ने अपने बनारस में शुरू भी कर दिया है।
देश की भावनाओं को समझें दिग्विजय नहीं तो खत्म हो जाएगा अस्तित्व
दिग्विजय के कथन गरीब मुस्लिम बच्चो से बीजेपी पत्थर फिकवा रही है के जबाब में उन्होंने कहा कि यह कल्चर और यह संस्कृति कांग्रेस पार्टी की रही है। अपने चश्मे से भारतीय जनता पार्टी को देखने की कोशिश न करें दिग्विजयसिंह। बोलने के अलावा उन लोगों के पास कुछ बचा नहीं है। अभी भी समय है जन भावनाओं को समझें, देश को समझें, देश के संविधान को समझें तो शायद राजनीतिक अस्तित्व बचा रहेगा। नहीं तो वह भी खत्म हो जाएगा।
लक्ष्य को धरातल पर उतारने की तैयारी
योगी जी की सरकार में एक लक्ष्य निर्धारित करेंगे एक टारगेट पर काम करेंगे। सरकार पहले 100 दिन का लक्ष्य निर्धारित करेगी फिर 6 माह का, फिर साल भर का और फिर 2 साल का। झांसी में हमारे विभाग की अभी एक मंडल स्तर की एक बैठक संपन्न हुई है। उसमें 100 दिन का हमारा लक्ष्य कैसे धरातल पर उतरे, हम 100 दिन में अपने लक्ष्य को कैसे हासिल करेंगे उस पर एक वृहद चर्चा हुई है। कहा कि निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री जी ने जो लक्ष्य दिया है उससे भी ज्यादा काम करके 100 दिन के अंदर हम दिखाएंगे।
प्रदेश में दी जानी हैं 25 हजार नौकरियां
उन्होंने कहा कि उप्र बड़ी चुनौती है। देश का सबसे बड़ा मैन पावर उत्तर प्रदेश में रहता है। मेरा विभाग आखरी व्यक्ति की चिंता करने वाला विभाग है। हम किसी को भी निराश नहीं करना चाहते और हमारी वरीयता में भी है जो हमारे पास मैनपावर है उसको हमें उत्तर प्रदेश में रोकना उत्तर प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने में उनको भी कहीं न कहीं सहभागी बनाना है। उत्तर प्रदेश के विकास के साथ उनको भी कहीं न कहीं हमें जोड़ना है तो हम उनके समस्याओं पर विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 25 हजार लोगों को नौकरी देने लक्ष्य है।