नई दिल्ली, 26 अप्रैल (हि.स.)। यमुना अविरल हों और अपने मूल स्वरूप में एक बार पुन: लौट सकें इसके लिए राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन से जुड़े लोग लगातार प्रयास कर रहे हैं। इस आंदोलन से जुड़े जीवकान्त झा ने मंगलवार को एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि यमुना नदी के संदर्भ में और अन्य नदियों के अविरल और निर्मल प्रवाह के लिए हस्ताक्षर संग्रह अभियान की शुरुआत की गई है। अभी तक दिल्ली में तीन हजार हस्ताक्षर संग्रह किए गए हैं। तीन महीने में तीस हजार का लक्ष्य पूरा किया जाएगा।
झा ने कहा कि नदी संवाद को लेकर आने वाले समय में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस क्रम में सबसे पहले मई के अंत में सोनीपत और पानीपत में, जून के अंत में साहिबाबाद और गाजियाबाद में, जुलाई के अंत में फरीदाबाद और पलवल के लोगों के बीच, अगस्त के अंत में मथुरा, वृंदावन और आगरा के लोगों के बीच, नवंबर के अंत में दिल्ली एनसीआर के सभी लोगों को साथ लेकर नदी संवाद का एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन के बाद नदी संवाद अभियान अपने अगले चरण में प्रवेश करेगा।
झा ने कहा कि यमुना की वर्तमान अविरलता और निर्मलता की स्थिति का संकलन भी यमुना के किनारे के जिलों के कार्यकर्ता करेंगे। यही लोग एक महीने में प्राथमिक रिपोर्ट भी प्रस्तुत करेंगे। इस अभियान से लोगों को जोड़ने के लिए विद्यालयों, महाविद्यालयों के साथ रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) से संबंधित लोगों से भी संपर्क किया जा रहा है।