-मंत्रिमण्डल के बाद मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रदेश के विकास पर हुई चर्चा
-सभी मंत्रियों को आवंटित किये गये मण्डल, मंत्री के साथ होंगे एक स्वतंत्र प्रभार और एक राज्य मंत्री
लखनऊ, 26 अप्रैल (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को यहां लाल बहादुर शास्त्री भवन (एनेक्सी) में मंत्रिमण्डल की बैठक में नौ अहम प्रस्तावों पर मुहर लगी। इसके बाद मंत्रिपरिषद समूह की बैठक में सभी मंत्री, राज्य मंत्री स्वतंत्रप्रभार और राज्य मंत्री शामिल हुए। इस बैठक में मंत्री, राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और राज्य मंत्री को मिलाकर तीन मंत्रियों के समूह को मण्डलवार दौरा करने का फैसला हुआ। मंत्रियों के इस समूह को शुक्रवार, शनिवार और रविवार को उनके आवंटित मण्डलों में दौरा करने को कहा गया है। वह दौरा कर फीडबैक लेंगे और रिपोर्ट तैयार कर 15 मई तक मुख्यमंत्री कार्यालय को सौंपेंगे।
मंत्रिपरिषद की इस विशेष बैठक में मुख्यमंत्री ने दिए दिशा निर्देश
मंत्रिपरिषद के समक्ष सभी विभागों के सांगठनिक व्यवस्था से अवगत होते हुए विगत पांच वर्ष में विभाग की उपलब्धियों के परिचय के साथ आगामी 100 दिन, छह माह, एक वर्ष, दो वर्ष और पांच वर्ष की कार्ययोजना का प्रस्तुतिकरण संपन्न हो चुका है। अब इस कार्ययोजना को यथार्थ रूप देने का समय है। सभी मंत्री विभागीय अधिकारियों का मार्गदर्शन करें। परियोजनाओं में गुणवत्ता और समयबद्धता को सुनिश्चित कराएं। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में हम सभी को अंत्योदय के संकल्प को पूरा करने के लिए प्राण-प्रण से जुटना होगा।
सरकार गठन के एक माह पूर्ण हो चुके हैं। हमारी भावी कार्ययोजना तैयार हो चुकी है। अब “सरकार जनता के द्वार” पहुंचेगी। आगामी विधानसभा सत्र से पूर्व मंत्रिपरिषद के प्रदेश भ्रमण का कार्य पूरा कर लेना होगा। इस संबंध में 18 मंत्री समूह गठित किए गए हैं। उपमुख्यमंत्री गणों की टीम में एक-एक राज्य मंत्री सम्मिलित हैं, शेष तीन सदस्यीय मंत्री समूह गठित किए गए हैं। यह 18 समूह 18 मंडलों का भ्रमण करेगी। भ्रमण का यह कार्यक्रम शुक्रवार से रविवार तक होगा। पहले चरण में प्रदेश भ्रमण करने के बाद मंत्री समूहों का रोटेशन प्रणाली के तहत दूसरे मंडलों की जिम्मेदारी दी जाएगी।
तीन दिवसीय मंडलीय भ्रमण के दौरान हर टीम को एक जिला में कम से कम 24 घंटे रहना होगा। टीम का नेतृत्व कर रहे वरिष्ठ मंत्री कम से कम दो जिलों का भ्रमण करेंगे। शेष मंत्रियों को सुविधानुसार एक-एक जिले की जिम्मेदारी दी जाए।
संगठन और विचार परिवार के सदस्यों के साथ होगी बैठक
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्री समूह मंडलीय भ्रमण के दौरान एक मंडलीय समीक्षा बैठक करेगा। जिलों को वर्चुअली जोड़ा जा सकता है। इसमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता जरूर हो। भ्रमण कार्यक्रम के दौरान पूर्व जनप्रतिनिधियों, संगठन और विचार परिवार के सदस्यों के साथ भी बैठक करें। उनकी अपेक्षाओं, समस्याओं और सुझावों को सुनें। निदान का प्रयास करें। मंडलीय समीक्षा बैठकों में विभागीय प्रस्तुतिकरण देखें।
भ्रमण के दौरान रात्रि विश्राम जिले में ही करना होगा
उन्होंने कहा कि भ्रमण के दौरान जन चौपाल का कार्यक्रम अवश्य किया जाए। मंत्री सीधा जनता से संवाद करें। किसी एक विकास खंड, तहसील का औचक निरीक्षण करने को भी कहा गया है। इस दौरान दलित, मलिन बस्ती में सहभोज का कार्यक्रम होगा। विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया जाएगा। गुणवत्ता की जांच करनी होगी। शासन की लोक कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से भेंट करने को भी कहा गया है। कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए महिला सुरक्षा के मामलों, एससी/एसटी के प्रकरणों में अभियोजन की स्थिति, पुलिस पेट्रोलिंग, बाल यौन अपराधों, व्यापरियों की समस्याओं, गैंगस्टर पर कार्रवाई आदि का पूरा विवरण देखें। मंत्री समूहों के हर सदस्य को रात्रि विश्राम किसी जिले में ही करना होगा। रात्रि विश्राम सरकारी अतिथि गृह में ही करना सुनिश्चित करें।
हर टीम अपनी भ्रमण रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय के समक्ष प्रस्तुत करेगी। मंत्रिपरिषद की बैठक में मंत्री समूह की आकलन रिपोर्ट पर चर्चा होगी। इसके बाद जनहित में और कदम उठाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में पिछले पांच वर्ष में टीम यूपी ने जन अपेक्षाओं के अनुरूप विकास और सुशासन का मॉडल प्रस्तुत किया है। अब हमारी प्रतिस्पर्धा हमसे ही है। हमें जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप आचरण करते हुए प्रदेश के समग्र विकास के लिए कार्य करना होगा।
राज्यमंत्रियों का कार्य आवंटन पूर्ण हो गया है। यह सुनिश्चित किया जाए कि विभागीय बैठकों में राज्यमंत्री जरूर शामिल हों। दूसरे राज्यों/राष्ट्रों के दौरे पर जाने वाले मंत्री, अधिकारी वापस लौटने के उपरांत अपने अनुभवों और नई जानकारियों के बारे में मंत्रिपरिषद के समक्ष अपनी प्रस्तुति देंगे।
सभी मंत्रियों को सोमवार व मंगलवार को अनिवार्य रूप से राजधानी में रहना होगा। शुक्रवार से रविवार तक अपने निर्वाचन क्षेत्र या प्रभार के जिलों में जनता के बीच रहने का कार्यक्रम बनाएंगे।
प्रदेश भ्रमण के लिए गठित मंत्री समूहों के अध्यक्ष
1- उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या- आगरा मंडल
2- उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक – वाराणसी मंडल
3- सूर्य प्रताप शाही – मेरठ मंडल
4- सुरेश खन्ना – लखनऊ मंडल
5- स्वतंत्र देव सिंह -मुरादाबाद मंडल
6- बेबी रानी मौर्या – झांसी मंडल
7- चौधरी लक्ष्मी नारायण – अलीगढ़ मंडल
8- जयवीर सिंह- चित्रकूट धाम मंडल
9- धर्मपाल सिंह – गोरखपुर मंडल
10- नंदगोपाल गुप्ता ‘नंदी’- बरेली
11- भूपेंद्र सिंह- मिर्जापुर मंडल
12- अनिल राजभर – प्रयागराज मंडल
13- जितिन प्रसाद- कानपुर मंडल
14- राकेश सचान – देवीपाटन मंडल
15- अरविंद शर्मा- अयोध्या मंडल
16- योगेंद्र उपाध्याय- सहारनपुर मंडल
17- आशीष पटेल- बस्ती मंडल
18- संजय निषाद – आजमगढ़ मंडल