झांसी,25 अप्रैल (हि.स.)। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय और सैंट पीटर्सबर्ग एसोसिएशन फॉर इंटरनेशनल कॉपरेशन के मध्य एक समझौते पर हस्ताक्षर हुआ। इस समझौते के तहत दोनों संस्थान भाषा के अध्ययन अध्यापन में एक दूसरे की मदद, संकाय सदस्यों का आदान प्रदान, अकादमिक सामग्री के आदान प्रदान पर सहमत हुए हैं।
बीयू कुलपति प्रो. मुकेश पाण्डेय ने कहा कि विश्वविद्यालय का प्रयास होगा कि यहां के बच्चे भी अंतर्राष्ट्रीय भाषा सीखें और रोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि यह एमओयू भाषा के विकास के साथ ही साथ संगोष्ठियों के आयोजन, कार्यशालाओं और प्रोजेक्ट कार्य के लिए भी सहायक सिद्ध होगा। इससे न केवल बुन्देलखण्ड क्षेत्र के विद्यार्थी रूस की संस्कृति और सभ्यता से परिचित होंगे बल्कि बुन्देली संस्कृति को भी एक वैश्विक आयाम मिलेगा।
कुलसचिव विनय कुमार सिंह ने बताया कि भाषा के विकास और उसके समृद्धि के लिए यह सहमति हुई है।उन्होंने बताया कि दोनों संस्थानों के विद्यार्थी और शिक्षक एक दूसरे के देश में जाकर या कहीं भी जैसा निर्धारित होगा भाषा सीखने के लिए आ जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि भाषाई आदान-प्रदान सांस्कृतिक विकास के लिए बहुत जरुरी है।
पं. दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ के निदेशक हिंदी विभाग के सह आचार्य डॉ. मुन्ना तिवारी ने बताया कि पूर्व में सैंट पीटर्सबर्ग एसोसिएशन फॉर इंटरनेशनल कॉपरेशन के विद्यार्थी हिन्दी भाषा सीखने के लिए झाँसी आए हुए थे। इस समझौते से अब इस परम्परा को और आगे बढाया जा सकेगा।