कीव, 25 अप्रैल (हि.स.)। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के दो माह पूरे हो चुके हैं। दो महीने बीत जाने के बाद भी रूस का आक्रामक रुख कम होने का नाम नहीं ले रहा है और यूक्रेन की सेना भी लगातार मोर्चा ले रही है। हालांकि रूस परमाणु हथियारों की धमकी दे रहा है लेकिन रूसी सेना द्वारा धातु के जानलेवा तीरों से हमला किये जाने की पुष्टि भी हुई है।
यूक्रेन पर रूसी हमले के दो माह बाद कई शहर बुरी तरह तबाह हो चुके हैं। यूक्रेन के बूचा और इरपिन शहरों में भी सामूहिक कब्रें मिली हैं। शवों का पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों के मुताबिक मृतकों के शरीर से छोटे और बेहद नुकीले धातु के तीर मिले हैं। दावा किया गया है कि इस तरह के हथियारों का इस्तेमाल प्रथम विश्व युद्ध में किया गया था। ये तीर दागने के लिए टैंकों का इस्तेमाल होता है, जिन्हें तोप के गोले में रखकर दागा जाता है।
युद्ध के इन दो महीनों में यूक्रेन के तीन हजार सैनिकों के साथ ढाई हजार आम नागरिक भी जान गंवा चुके हैं। इनमें 251 बच्चे भी शामिल हैं। इनके अलावा दस हजार से ज्यादा यूक्रेनी सैनिक व तीन हजार आम नागरिक जख्मी हुए हैं। घायलों में चार सौ बच्चे शामिल हैं। रूस ने अब तक दो हजार से ज्यादा मिसाइलें यूक्रेन पर दागी हैं। रूस ने अब अपनी आक्रामकता पूर्वी यूक्रेन पर केंद्रित कर दी है। वहां रूसी सैनिक लगातार हमले कर रहे हैं।