कोलंबो, 23 अप्रैल (हि.स.)। भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका की मदद को वैश्विक संस्थानों के हाथ बढ़ रहे हैं। विश्व बैंक के साथ मिलकर 15.29 हजार करोड़ रुपये की आर्थिक मदद के अलावा भारत ने 50 करोड़ डॉलर अतिरिक्त कर्ज देने का भी फैसला किया है।
आर्थिक संकट से त्रस्त श्रीलंका में महंगाई चरम पर है। ऐसे में भारत समेत कई देशों ने जहां श्रीलंका की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है, वहीं अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की ओर से भी राहत पैकेज का एलान हुआ है। श्रीलंका के वित्त मंत्री अली साबरी ने दावा किया कि भारत और विश्व बैंक मिलकर श्रीलंका को 15.29 हजार करोड़ रुपये की मदद देने वाले हैं।
इस बीच आर्थिक संकट से बाहर आने के लिए श्रीलंका ने चीन और जापान से भी बातचीत शुरू की है। श्रीलंका के वित्त मंत्री ने दावा किया कि विश्व बैंक अगले चार महीनों में 30 करोड़ से 60 करोड़ डॉलर के बीच मदद देने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से पुनर्वास पैकेज मिलने में देरी के बीच भारत और मदद के लिए आगे आया है। भारत ने पचास हजार करोड़ डॉलर का अतिरिक्त कर्ज देने पर सहमति जताई है।
श्रीलंका के वित्त मंत्री अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से पुनर्वास पैकेज पर बातचीत के लिए इस समय वाशिंगटन में हैं। श्रीलंका को भीषण आर्थिक संकट से निपटने के लिए कम से कम 4 अरब डॉलर की जरूरत है। श्रीलंका के पास तेल आयात करने का भी पैसा नहीं है। उसका विदेशी मुद्रा कोष खाली हो चुका है और मुद्रा का भी अवमूल्यन हो गया है।