-असम पुलिस की कार्रवाई पर उठाये सवाल
गुवाहाटी, 21 (हि.स.)। असम पुलिस द्वारा गुजरात के वडगाम विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस समर्थित विधायक जिग्नेश मेवाणी की गिरफ्तारी को लेकर असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) बेहद नाराज नजर आ रही है। मेवाणी को असम पुलिस की टीम ने बुधवार की रात करीब 11.30 बजे पालनपुर सर्किट हाउस से गिरफ्तार किया है। विधायक के समर्थकों ने कहा कि असम पुलिस ने अभी तक उन्हें एफआईआर की प्रति नहीं दी है, केवल यह कहते हुए कि जिग्नेश मेवाणी के विरुद्ध असम में कुछ मामले दर्ज किए हैं।
मेवाणी की गिरफ्तारी पर गुरुवार को असम कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। भूपेन बोरा ने कहा, ‘जिग्नेश मेवाणी आरंभ से ही भाजपा के कड़े आलोचक रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि गुवाहाटी में 12 दिन में 13 हत्याएं हो चुकी हैं और लोगों को उनके घरों के पास गोली मार दी गई, लेकिन असम पुलिस तत्काल कार्रवाई नहीं कर सकी। लेकिन, एक ट्वीट के लिए असम पुलिस ने गुजरात के विधायक जिग्नेश को साजिश के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने पुलिस से राजनीति से प्रेरित होकर इस तरह का कार्य न करने का आह्वान किया है।
भूपेन बारा ने कहा, ‘गुजरात में आने वाले दिनों में चुनाव होने वाले हैं, जिग्नेश मेवाणी का वहां प्रभाव है और यह प्रभाव बरकरार रहेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कई वकील उनके लिए कोकराझार गए हैं। असम कांग्रेस उनकी हर प्रकार से मदद करने के लिए तैयार है। हम असम पुलिस के खिलाफ आंदोलन करेंगे। पुलिस जिग्नेश को डराना चाहती है लेकिन वे डरने वाले नहीं हैं। कांग्रेस को सरकार डराना चाहती है लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। अगर हम डर गये होते तो भारत को आजादी नहीं मिलती।
इस बीच जिग्नेश मेवाणी ने अपनी गिरफ्तारी के बारे में मीडिया से कहा, ‘मुझे मेरे एक ट्वीट के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मुझे कोई सटीक जानकारी नहीं दी है। मैं किसी भी झूठे आरोप से नहीं डरता। मैं अपनी लड़ाई जारी रखूंगा।’