Governor : राज्यपाल ने परम्परागत खेल प्रतियोगिता के विजयी खिलाड़ियों को किया सम्मानित

लखनऊ, 20 अप्रैल (हि.स.)। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को राजभवन में ‘राजभवन परम्परागत खेल प्रतियोगिता 2022’ के विभिन्न खेलों के विजेताओं को पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। इन-हाउस राजभवन परम्परागत खेल प्रतियोगिता 2022 में खो-खो, कबड्डी, गेंदतड़ी, गिल्ली-डण्डा, किंग, लंगड़ी, कंचा-गोली, रस्सी कूद, लट्टू, गोला फेंक, लम्बी कूद, 100 मीटर दौड तथा स्लो साइकलिंग रेस का आयोजन हुआ। इन खेल प्रतियोगिताओं में कुल 495 प्रतिभागियों ने सहभाग किया।

पुरस्कार वितरण के बाद अपने सम्बोधन में राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मन की बात कार्यक्रम में विलुप्त हो रहे भारतीय परम्परागत खेलों पर की गई चर्चा से प्रेरित होकर राजभवन में आयोजित खेल प्रतियोगिता में भारतीय पारंपरिक खेलों को शामिल किया गया। उन्होंने कहा कि परम्परागत खेल बिना किसी व्यय के खेले जाने वाले खेल हैं और ये खेल हमारे जीवन को अनुशासित करते हैं, समय पर निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करते हैं, जीवन को ऊर्जा प्रदान करते हैं। उन्होंने आह्वान किया कि ये खेल प्रतियोगिता समाप्त होने के बाद भी घरों, स्कूलों तथा अन्य स्थलों पर सभी खिलाड़ी उत्साह से इन खेलों को खेलते और प्रतिभाग करते रहें, खेल निरंतर खेलते रहें।

राज्यपाल ने कहा कि बाल्यकाल और खेलों का गहरा नाता है। बच्चे खेलों के माध्यम से नई-नई बातें सीखते हैं। खेल उनका साहस एवं आत्मविश्वास बढ़ाते हैं और उनमें धैर्य, ईमानदारी, सहिष्णुता, निष्ठा जैसे गुणों का समावेश होता है। खेलों में मिली जीत हार से वे नये गुण व अनुभव प्राप्त करते हैं। हार से सबक लेते हैं और कमियों को दूर करते हैं जब कि जीत उन्हें नये उत्साह और प्रेरणा से भर देती है। उन्होंने कहा कि खेल एवं व्यायाम से हमारा तन एवं मन स्वस्थ रहता है।

इस अवसर पर समारोह में उपस्थित प्रदेश के खेल मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चन्द्र यादव ने राजभवन में आयोजित परम्परागत खेल प्रतियोगिता को प्रेरणादायी बताया और कहा कि इसे प्रदेश स्तर तक ले जाने का प्रयास किया जायेगा जिससे शहर तथा गांवों की छिपी हुई खेल प्रतिभाएं सामने आ सके।

अपर मुख्य सचिव राज्यपाल महेश कुमार गुप्ता ने इस प्रतियोगिता को लुप्त होते प्राचीन भारतीय घरों, मोहल्लों में खेले जाने वाले खेलों का नई पीढ़ी को ज्ञान कराने और उनका सम्वर्द्धन में सहायक बताया। समारोह में राज्यपाल ने राजभवन में नवरात्र के अवसर पर आयोजित गरबा में प्रतिभाग करने वाले विजेता प्रतियोगियों को भी स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक देकर सम्मानित किया और उनका उत्साहवर्धन किया।

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